Maharashtra News: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार (Sharad Pawar) सोमवार (19 फरवरी) को पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज की 394वीं जयंती पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मां जीजाबाई ने ही उनके जीवन और चरित्र को आकार दिया था, लेकिन कुछ लोग यह श्रेय अन्य व्यक्तियों को देने की जानबूझ कर कोशिश कर रहे हैं. शरद पवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की ओर से 17वीं सदी के योद्धा के जीवन और चरित्र को आकार देने के लिए समर्थ रामदास स्वामी की सराहना करने के कुछ दिन बाद यह बात कही.
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को आकार देने का श्रेय किसी और को देते दें. हालांकि, तथ्य यह है कि महाराज के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उनकी मां राजमाता जीजाबाई थीं. शरद पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज के गुरुओं के बारे में जानबूझकर गलतफहमी पैदा करने के किए गए प्रयासों से बचना चाहिए.
सीएम योगी ने क्या कहा था?
दरअसल पुणे जिले में एक धार्मिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि समर्थ रामदास स्वामी ने इस भूमि से शिवाजी महाराज का निर्माण किया था, जिन्होंने मुगल सम्राट औरंगजेब को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज भारत के अन्य राजाओं से अलग थे, इसलिए आज 300 साल बाद भी वह लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं. भारत में कई राजाओं ने शासन किया और उनके राज्यों का नाम उनके संबंधित नाम या राजवंशों के नाम पर रखा गया था, लेकिन छत्रपति शिवाजी के राज्य को 'रैयत (लोगों) का राज्य' कहा जाता था.
पुणे में हुआ था जन्म
शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को महाराष्ट्र के पुणे में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था. इस महान योद्धा और शूरवीर का पूरा नाम शिवाजी राजे भोंसले था. शिवाजी के पिता का नाम शाहाजी था. उनकी माता का नाम जीजाबाई था. बताया जाता है कि छत्रपति शिवाजी की मां जीजाबाई काफी धार्मिक प्रवृति की महिला थीं. शिवाजी पर उनकी मां जीजाबाई के धार्मिक गुणों का बेहद ही गहरा प्रभाव था.