Maharashtra News Today: महाराष्ट्र में बीते दिनों सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले में आरोप प्रत्यारोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिये माफी मांगने पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले सत्तारूढ़ दल पर जोरादार निशाना साधा है. 


महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने की घटना में सिर्फ मांगना ही काफी नहीं है, क्योंकि इस घटना से महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंची है. 


नाना पटोले ने यह प्रतिक्रिया शुक्रवार (30 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के बाद लोगों से मांफी मांगने के बाद की.


बीते साल पीएम ने किया था अनावरण
बीते 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग जिले की मालवन तहसील के राजकोट किले में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गई थी. इस मूर्ति का अनावरण बीते साल 4 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना दिवस पर किया था. 


पालघर में शुक्रवार (30 अगस्त) को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  मूर्ति ढहने की घटना पर माफी मांगी थी. उन्होंने कहा था कि शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम या राजा ही नहीं हैं बल्कि वह हमारे लिए एक देवता हैं. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, "मैं आज अपने अराध्य के चरणों में सिर झुकाकर माफी मांगता हूं."


'साधारण माफी मुद्दे का समाधान नहीं'
भंडारा में मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा, "किस बात ने उन्हें (प्रधानमंत्री मोदी) को माफी मांगने पर मजबूर कर दिया?" उन्होंने कहा, "इसका मतलब है कि प्रधानमंभी ने यह मान लिया है कि उनसे गलती हुई है."


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सवाल खड़ा करते हुए कहा, "जब मूर्ति बनकर तैयार हुई तो उन्हें एक प्रधानमंत्री के तौर पर या उनकी टीम को जांच करनी चाहिए थी कि क्या मूर्ति की स्थिति ठीक है या नहीं, इसकी नींव मजबूत है या नहीं, कल्चरल डायरेक्टर से सर्टिफिकेट हासिल किया गया है या नहीं?" उन्होंने कहा कि सिर्फ साधारण माफी मांग लेने से मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता है.


नाना पटोले ने लगाए ये आरोप
बीजेपी और महायुति गठबंधन पर निशाना साधते हुए नाना पटोले ने कहा, "इस मामले में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस या अजीत पवार हों, सबने महाराष्ट्र के गौरव के ठेस पहुंचाई है."  पटोले ने कहा, "उन्हें सत्ता से खुद हट जाना चाहिए नहीं तो प्रदेश की जनता ने सत्ता से बेदखल कर देगी."


महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि "महाराष्ट्र में जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा करते हैं, वे अपने देवता के अपमान को कभी नहीं भूलेंगे." उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा,"प्रधानमंत्री मोदी के अनावरण के लिए प्रदेश सरकार ने मूर्ति को जल्दबाजी में स्थापित किया."


कांग्रेस नेता नाना पटोले ने दावा किया कि "मूर्ति निर्माण का काम अनुभवहीन व्यक्ति को सौंपा गया, इसके अलावा मूर्ति को लेकर कल्चरल डिपार्टमेंट के जरिये दिए गए निर्देशों की अनदेखी की गई." उन्होंने कहा, "इन सभी वजहों से गुणवत्तीहीन और घटिया काम हुआ और मूर्ति ढह गई."


'बीजेपी गठबंधन को नहीं है पछतावा'
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष को इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की सलाह दी थी. उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नाना पटोले ने कहा, "बीजेपी ने लगातार शिवाजी महाराज का अपमान किया है और सिर्फ वोट बैंक के लिए उनके नाम का इस्तेमाल किया है."


नाना पटोले ने आरोप लगाया कि "शिवाजी महाराज की मूर्ति के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की वजह से महाराष्ट्र को अपमान झेलना पड़ा." उन्होंने कहा, "इसके बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त बीजेपी गठबंधन सरकार कोई पछतावा नहीं है."


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