Maharashtra News: महाराष्ट्र की विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) ने छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की प्रतिमा गिरने के मामले में अब विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है. इसके लिए 1 सितंबर को 'सरकार को जूते मारो' आंदोलन का आह्वान किया गया है. शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि ''कल से हमारा आंदोलन शुरू होगा. सौ जूते मारो और एक गिनो. कल से गेटवे आफ इंडिया महाविकास अघाड़ी के नेता एकसाथ इस अभियान में हिस्सा लेंगे. सरकार को जूते मारो और भगाओ.''


उधर, शिवसेना-यूबीटी के मुखपत्र सामना में प्रकाशित एक लेख के माध्यम से कहा गया है, ''कमीशनखोर सरकार अपनी जिम्मेदारी झटकते हुए इस दुर्घटना का पाप नौसेना पर डाल रही है. इस बेकार महाराष्ट्रद्रोही, शिवद्रोही सरकार के खिलाफ महाविकास आघाडी की ओर से एक सितंबर को 'सरकार को जूते मारो' आंदोलन का आह्वान किया गया है. गेटवे ऑफ इंडिया के पास स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निकट यह आंदोलन किया जाएगा.''


शरद पवार और उद्धव भी रहेंगे मौजूद
बताया गया है कि इसमें शिवसेना-यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी-एसपी  के अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले समेत सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाडी की तरफ से इस आंदोलन में तमाम शिवप्रेमियों से शामिल होने की अपील की है. बता दें कि उद्धव ठाकरे ने हाल में सरपंचों को संबोधित किया था जिसमें इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया गया था. 


पीएम मोदी की माफी को MVA ने बताया नाकाफी
बता दें कि इस घटना के बाद मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने माफी मांगी थी. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने महाराष्ट्र दौरे पर इस घटना को लेकर माफी मांगी. हालांकि उनकी माफी पर महाविकास अघाड़ी के नेताओं की प्रतिक्रिया आई है जिसमें उनका कहना है कि सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है बल्कि जवाबदेही तय होनी चाहिए. वहीं, संजय राउत ने कहा कि अगर पीएम मोदी को माफी मांगनी है तो उन्हें पुलवामा की घटना पर माफी मांगनी चाहिए जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. 


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