Maratha Reservation: उग्र आंदोलन के बीच सीएम शिंदे ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, करेंगे सहयोग की मांग
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे पाटिल उपवास पर हैं. उनके उपवास को जहां सातवां दिन चल रहा है वहीं आंदोलन ने भी हिंसक रूप धारण कर लिया है.
Maharashtra News: राज्य के कुछ हिस्सों में मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation Protest) ने हिंसक रूप धारण कर लिया है. इस बीच हालात पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बुधवार सुबह सर्वदलीय बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बतया कि सीएम शिंदे विपक्षी दलों के नेताओं को स्थिति से निपटने के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराएंगे और उनसे सहयोग का आग्रह करेंगे.
आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जरांगे का अनिश्चितकालीन अनशन जहां सातवें दिन में प्रवेश कर गया है, वहीं पिछले दो दिन में राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं देखी गईं. मराठवाड़ा के पांच जिलों में सरकारी बस सेवाएं पूरी तरह से निलंबित कर दी गई हैं. वहीं, बीड के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है, जहां प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के आवासों को निशाना बनाया था.
जालना में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड
मराठवाड़ा क्षेत्र में हिंसक घटनाओं के मद्देनजर महाराष्ट्र के जालना जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. पुलिस ने कहा कि अफवाहों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. इस बीच, मुख्यमंत्री ने लोगों से हिंसा न करने की अपील की है और राजनीतिक दलों से भी ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से बचने को कहा है जिससे हालात खराब हो.
बढ़ाई गई सीएम के आवास की सुरक्षा
सीएम शिंदे ने मंगलवार को कैबिनेट की और अपने पार्टी के नेताओं के साथ भी अहम बैठक की है. शिवसेना नेताओं के साथ बैठक में उन्होंने सांसदों और विधायकों से अपील की है कि वे आरक्षण की मांग को लेकर अपना इस्तीफा न दें. हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय, सीएम शिंदे और मंत्रियों के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दरअसल प्रदर्शनकारियों ने तीन विधायकों के आवास और कार्यालय को आग के हवाल कर दिया था.
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