Maharashtra News: सीएम शिंदे ने संजय राठौड़ को मंत्री बनाने का किया बचाव, पिछली सरकार में लगा था ये आरोप
Maharashtra कैबिनेट में नए मंत्री बने संजय राठौड़ का CM शिंदे ने बचाव किया है. दरअसल उद्धव ठाकरे की सरकार में शामिल रहे राठौड़ को एक महिला की मौत के मामले में उनका नाम आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था.
CM Shinde Defends Sanjay Rathod: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शिवसेना विधायक संजय राठौड़ (Sanjay Rathod) को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का मंगलवार को बचाव करते हुए कहा कि पुलिस ने एक महिला की मौत के मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी. अपनी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने यह भी कहा कि दूसरे दौर का मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही होगा. पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल रहे राठौड़ को एक महिला की मौत के मामले में उनका नाम आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था.
सीएम शिंदे ने कहा- राठौड़ को मिली है क्लीन चिट
वह इस साल जून में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले शिंदे गुट में शामिल हो गए. इस बगावत के कारण ठाकरे नीत सरकार गिर गयी थी. शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, ‘‘एमवीए सरकार के दौरान उन्हें (राठौड़) क्लीन चिट दे दी गयी थी, इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दी थी. अगर किसी को इस पर और कुछ कहना है तो उसकी बात भी सुनी जा सकती है.’’ शिंदे ने उन दावों को भी खारिज किया कि संजय शिरसाट समेत कुछ बागी विधायक मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज हैं.
41 दिन बाद महाराष्ट्र में हुआ कैबिनेट विस्तार
बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 41 दिन बाद एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत 18 विधायकों ने दक्षिण मुंबई में राज भवन में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या अब 20 हो गयी है, जो अधिकतम 43 सदस्यों की संख्या से आधी से भी कम है. बीजेपी ने कई पूर्व मंत्रियों और वरिष्ठ विधायकों को मौका दिया है. शिंदे गुट ने मंत्री पद की गर्दन भी पुराने मंत्री के गले में झोंक दी. शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.