(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Diwali 2023: 'पटाखे न जलाएं और दीये जलाकर दिवाली मनाएं', शिंदे सरकार के मंत्री की लोगों से अपील
Diwali 2023 Celebration: दीपक केसरकर ने कहा कि राज्य सरकार के लिए आतिशबाजी चिंता का विषय बना हुआ है. मुंबई शहर के संरक्षक मंत्री ने नागरिकों से अपील की कि पटाखे नहीं जलाएं और दिवाली को दीये जलाकर मनाएं.
Deepak Kesarkar Appeal On Dewali: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) के मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने बुधवार को नागरिकों से अपील की कि इस दिवाली पर आतिशबाजी नहीं करें और मुंबई (Mumbai) की खराब वायु गुणवत्ता (Air Quality) को सुधारने में सहयोग दें. उन्होंने यह भी कहा कि अन्य समुदायों के आरक्षण को प्रभावित किये बिना मराठा समुदाय को अलग आरक्षण देना राज्य सरकार के समक्ष एक प्रमुख कार्य है.
केसरकर ने कहा कि राज्य सरकार के लिए आतिशबाजी चिंता का विषय बना हुआ है. मुंबई शहर के संरक्षक मंत्री ने नागरिकों से अपील की कि पटाखे नहीं जलाएं और दिवाली को दीये जलाकर मनाएं. उल्लेखनीय है कि मुंबई का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया. ये पिछले कुछ दिनों से ‘खराब’ और ‘मध्यम श्रेणी में था. मुंबई में हवा की गुणवत्ता का स्तर देश की राजधानी दिल्ली की तरह हो गया है. हालाकिं बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) मुबंई में प्रदुषण पर नियंत्रण करने के लिए कदम उठा रही है.
आतिशबाजी का समय शाम सात बजे से रात 10 बजे तक
बीएमसी की ओर से 100 से ज्यादा उन ठेकेदारों को नोटिस भेजा गया है , जो निजी और सरकारी परियोजनाओं के काम में लगे हैं. साथ ही बीएमसी की ओर से रियल स्टेट फर्मों को भी नोटिस भेजा गया है. बीएमसली ने सभी से बनाए गए नियमों का पालन करने को कहा है. नियमों का पालन नहीं करने पर बीएमसी की ओर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है.
वहीं इन सबके बीच बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी दिवाली के दौरान मुंबई के लोगों के लिए आतिशबाजी का समय शाम सात बजे से रात 10 बजे तक सीमित कर दिया है. इसके साथ ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा है कि नागरिकों को बीमारी मुक्त वातावरण और दिवाली में पटाखे जलाने के बीच में किसी एक को चुनना होगा. चीफ जस्टिस डी के उपाध्याय और जस्टिस जीएस कुलकर्णी की खंडपीठ ने कहा कि वह आतिशबाजी पर प्रतिबंध नहीं लगाने जा रहे हैं, लेकिन शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक के गिरते स्तर को देखते हुए संतुलन बनाने की की आवश्यकता है.