टनल हादसे के 18 दिन बाद भी लापता है JCB ऑपरेटर, सीएम शिंदे ने परिवार से मिल सहायता का दिया भरोसा
Mumbai Tunnel Accident: मुंबई के मीरा भयंदर में टनल बनाए जाने के दौरान गिरे मलबे ने जेसीबी ऑपरेटर को अपनी चपेट में ले लिया. इस घटना को 2 सप्ताह से ज्यादा वक्त हो गया है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार की एमएमआरडीए (MMRDA) की तरफ से बनाई जा रही एक पाइपलाइन टनल के मलबे में 18 दिन पहले एक जेसीबी ऑपरेटर दब गया था जिसकी तलाश की जा रही है. घटनास्थल पर गायब लड़के के इंतजार में उसका पूरा परिवार बैठा हुआ है. यह परिवार यूपी का रहने वाला है. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को घटनास्थल का मुआयना किया है.
बीते 18 दिनों से पत्नी, पिता,भाई-बहन और बच्चे घटनास्थल पर बैठे हुए हैं. इनके चारों तरफ मजमा लगा है. इनसे मिलने के लिए पुलिस अधिकारी और नेता पहुंच रहे हैं. दरअसल मुंबई से सटे मुंबई अहमदाबाद रोड पर मीरा भयंदर की खाड़ी के अंदर से पानी की बड़ी पाइपलाइन ले जाने के लिए एक टनल बनाया जा रहा था . 29 मई को जब जेसीबी मशीन ऑपरेटर यहां काम कर रहा था तो इस 60 फीट गड्ढे के आसपास की जमीन धंस गई और राकेश यादव मलबे में दब गया. उसकी तलाश की जा रही है.
परिवार ने लगाया आरोप, हमसे कोई ठीक से नहीं कर रहा बात
पिता बालचंद यादव और पत्नी सुशीला यादव का कहना है कि राकेश को ढूंढने में लापरवाही की गई. हमसे ना कोई ठीक से बात कर रहा हैना हमारे बेटे के बारे में बता रहा है. पालघर जिले के सूर्या डैम से एक बड़ी पाइपलाइन मीरा रोड के लिए आ रही है. जिसका कुछ हिस्सा मीरा भायंदर की खाड़ी के अंदर से एक टनल के जरिए आना है और उसी का काम चल रहा है.
ऑपरेटर को ढूंढने के लिए लगाई गई एनडीआरएफ की टीम
महाराष्ट्र सरकार के एमएमआरडीए की तरफ से यह पूरा प्रोजेक्ट एलएनटी कंपनी को बनाने के लिए दिया गया है . L&T कंपनी इस टनल को बनाने का काम कर रही है. जहां पर यह हादसा हुआ. उधर, सीएम शिंदे ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान आर्थिक सहायता और नौकरी देने का भरोसा दिलाया. साथ ही एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने राकेश यादव की खोज के लिए एनडीआरएफ के साथ नेवी और आर्मी को भी जिम्मेदारी सौंपी है और जल्द ही इस ऑपरेशन को पूरा किया जाएगा.
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