Maharashtra News: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले माझी लड़की योजना को लेकर सियासत गर्म होती जा रही है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने माझी लड़की बहिन योजना पर कहा कि मैंने जो वचन दिया है उसका मतलब है कि मैं वचन देकर शांत नहीं बैठता हूं. ठाणे में शुक्रवार को आदिवासी दिवस के अवसर पर एकनाथ शिंदे ने आदिवासी पाड़ा का दौरा किया और इस दौरान विपक्ष पर भी निशाना साधा. शिंदे ने कहा कि बहनों की योजना पर विरोधियों के पेट में दर्द हो रहा है.
एबीपी माझा के मुताबिक सीएम शिंदे ने कहा, ''जब से हमने योजना लागू की, उनके पेट में दर्द रहने लगा. मैं जहां भी जाता हूं, मेरी प्यारी बहनें मेरा स्वागत करती हैं. मुझे राखी भी बांधती हैं.'' एकनाथ शिंदे ने कहा कि मेरी एक ही सखी बहन थी, अब महाराष्ट्र में लाखों बहनें हैं. वर्तमान में लड़की बहिन योजना बहुत लोकप्रिय है और कई सौतेले भाई भ्रम पैदा कर रहे हैं ताकि आपको इस योजना का लाभ न मिले, लेकिन उन्हें अनदेखा करें और अपने भाई पर भरोसा करें.
बिना भेदभाव सभी समुदाय को दे रहे योजना का लाभ- सीएम शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार आदिवासी समाज की सर्वांगीण प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है. एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि हम बिना भेदभाव सभी समुदायों की माताओं और बहनों को मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना का लाभ दे रहे हैं. उधर, ठाणे के कार्यक्रम में आदिवासी महिलाओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को राखी बांधी. इसी बीच कई आदिवासी महिलाएं मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ले रही थीं, यह देखकर मुख्यमंत्री ने खुद आदिवासी महिलाओं के साथ सेल्फी ली.
सीएम शिंदे ने अधिकारियों को दी यह चेतावनी
सीएम शिंदे ने कहा कि मुझे अक्सर आदिवासी आश्रम स्कूलों की स्थिति के बारे में खबरें मिलती हैं, यहां की अव्यवस्था को दूर करने के लिए हम आश्रम स्कूलों का औचक निरीक्षण करने जा रहे हैं, इसलिए अधिकारियों को समय रहते सचेत हो जाना चाहिए और आदिवासी समुदाय के बच्चों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए.
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