Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत पर सबकी नजरे हैं. बीते दिनों में महाराष्ट्र में कुछ ऐसा हुआ कि सभी चौंक गए. अजित पवार ने बगावत कर दी और शरद पवार की एनसीपी टूट गई. इतना ही नहीं वो कुल नौ बागी विधायकों के साथ महाराष्ट्र की सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार के सरकार में शामिल होने के बाद से ही ये सवाल उठने लगे कि क्या सीएम एकनाथ शिंदे को साइडलाइन कर दिया जाएगा. हालांकि, बीजेपी और खुद सीएम शिंदे भी कई मौकों पर ये कह चुके हैं कि उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है.
इस बीच अब सीएम एकनाथ शिंदे ने बड़ा फैसला लिया है. गुरुवार (13 जुलाई) से वो राज्य भर के दौरे पर निकलेंगे. शिवसेना के एक प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है. सीएम का ये फैसला ऐसे समय में हुआ है जब एनसीपी गुट के विधायक सरकार का हिस्सा हैं और आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में कैबिनेट का विस्तार होना है. एनसीपी के विधायक जो सरकार में शामिल हुए हैं उन्हें विभागों का बंटवारा अभी तक नहीं हुआ है. कैबिनेट विस्तार की पहल तेज हो चुकी है. 2 जुलाई को अजित पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बने थे.
सीएम एकनाथ शिंदे अपने गढ़ पुणे से राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत करेंगे. शिवसेना के प्रवक्ता नरेश महस्के ने बताया कि सीएम एकनाथ शिंदे पुणे में शाम को एक रैली को संबोधित करेंगे. महस्के ने बताया कि इस राज्यव्यापी दौरे का उद्देश्य पार्टी को मजबूत करना और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों से संपर्क स्थापित करना है.
गौरतलब है कि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं 2024 में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. चुनावों को लेकर महाराष्ट्र में लगभग सभी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. उद्धव ठाकरे से बगावत के बाद एकनाथ शिंदे के ये दोनों चुनाव किसी चुनौती से कम नहीं होंगे. ऐसे में बिना समय गंवाए सीएम लोगों से जुड़ने के लिए राज्यभर की यात्रा पर निकल रहे हैं. इस यात्रा का पार्टी को कितना फायदा मिलता है ये आने वाले चुनावों में साफ हो जाएगा.