Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस विधायक जितेश अंतापुरकर शुक्रवार (30 अगस्त) को बीजेपी में शामिल हो गए हैं. गुरुवार (29 अगस्त) को ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस्तीफा सौंपा था. प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण की मौजूदगी में जितेश अंतापुरकर बीजेपी में शामिल हुए.


वो अशोक चव्हाण के बेहद ही करीबी माने जाते हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने अंतापुरकर के मुद्दे पर बात करते हुए ये कहा कि विधानपरिषद चुनाव में क्रोस वोटिंग के चलते कांग्रेस पार्टी ने पहले ही ज़ीशान सिद्दीकी और अंतापुरकर को पार्टी से निकाल दिया है.


BJP का दामन थामने वाले कौन हैं जितेश अंतापुरकर?


महाराष्ट्र में विधानसभा उपचुनाव में जितेश अंतापुरकर ने देगलूर सीट से जीत हासिल की थी. वो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. बताया जाता है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए काफी काम किया. अंतापुरकर ने बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक कल्याण के मसलों पर फोकस किया.


हाल में हुए महाराष्ट्र में विधान परिषद और राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के कुछ विधायकों की ओर से क्रॉस वोटिंग की खबरें सामने आईं थी, जिसमें एक जितेश अंतापुरकर का नाम भी शामिल था.


कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए अंतापुरकर ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भी मुलाकात की थी. हालांकि उन्होंने कहा था कि वो किसानों के मसले पर सीएम से मिले थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी में जाने की खबरों का खंडन भी किया था. हालांकि अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही अंतापुरकर के भगवा पार्टी में आने की अटकलें थीं. 


गौरतलब है कि जितेश अंतापुरकर के पिता रावसाहब ने साल 2019 में विधानसभा के चुनाव में जीत हासिल की थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान उनका 2021 में निधन हो गया था. बाद में हुए उपचुनाव में बेटे जितेश अंतापुरकर को जीत मिली थी.


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