Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार की ओऱ से वक्फ बोर्ड (Waqf Board) को 10 करोड़ रुपये का अनुदान दिए जाने की खबर है जिसपर एमएनएस और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने आपत्ति जताई. एमएनएस और वीएचपी की आपत्तिपर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है. पूर्व मंत्री नसीम खान (Naseem Khan) ने कहा कि केवल घोषणा की जाती है लेकिन पैसे नहीं मिलते हैं.


नसीम खान ने कहा, ''हर सरकार और हर विभाग के लिए पैसे आवंटित किए जाते हैं. वक्फ बोर्ड भी सरकार के अंतर्गत आता है. पिछले कुछ वर्षों में आपने देखा होगा. आंकड़े निकालिए तब पता चलेगा कि सरकार ने कितने पैसे आवंटित किए हैं. मैंने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन से बात की है, उन्होंने बताया की केवल घोषणा की जाती है, लेकीन पैसे नहीं मिलते. पिछले 10 साल से कोई पैसा नहीं दिया गया है.''


वीएचपी के हिंदू-मुस्लिम करती है- नसीम खान
 महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नसीम खान ने कहा, ''महायुति को अल्पसंख्यक या कोई भी समाज हो उन्हें सभी ने नकार दिया है. देश की जनता ने इस सरकार को नकार दिया है. वीएचपी और एमएनएस अन्य लोग केवल हिंदू-मुस्लिम, लव जिहाद, लैंड जिहाद की बात करते है, इसलिए उन्हें जनता ने नकार दिया है.'' वीएचपी ने वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ अनुदान दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि तुष्टिकरण की नीति नहीं चलेगी. वीएचपी ने कहा कि सरकार ने केवल घोषणा ही नहीं की है बल्कि 2 करोड़ आवंटित भी कर दिए हैं. 


संजय निरुपम ने दी यह सफाई
वीएचपी ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जेब पैसे से भरी हुई है. उसके बावजूद 10 करोड़ रुपये देना न्यायसंगत नहीं लग रहा है. बता दें कि शिंदे गुट की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने साफ किया है कि यह पैसा वक्फ बोर्ड को नहीं बल्कि अल्पसंख्यक समाज के लिए है जो कि समय-समय पर दी जाती है.


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