Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के दो मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि नवी मुंबई में करोड़ों की जमीन का घोटाला किया गया है. वडेट्टीवार ने कहा कि मंत्री संजय राठौड़ ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने निजी ट्रस्ट के माध्यम से बेलापुर इलाके में करीब 500 रुपये की बेशकीमती जमीन हड़प ली. नेता विपक्ष के मुताबिक, जमीन राज्य सरकार ने बंजारा समाज को अलॉट की थी.


बीते साल सितंबर में कैबिनेट ने "ऑल इंडिया गोर बंजारा समाज" के भवन निर्माण के लिये 5 हजार 600 वर्ग मीटर की जमीन देने का फैसला लिया था. कैबिनेट का फैसला आने के कुछ दिन बाद मंत्री संजय राठौड़ ने सिडको से जमीन अपने ट्रस्ट "श्री संत डॉक्टर रामराव महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट" के नाम करने को कहा. विजय वडेट्टीवार ने कहा, "सरकार से अनुमति मिलने के बाद सिडको ने जमीन राठौड़ के ट्रस्ट को अलॉट कर दिया. मामला उजागर होने के बाद राठौड़ प्लॉट वापस करने की बात कर रहे हैं. लेकिन समय बीत चुका है. उनकी मंशा समाज के सामने उजागर हो गई है.


नेता प्रतिपक्ष ने दो मंत्रियों पर लगाये गंभीर आरोप


ऑल इंडिया गोर बंजारा जागरण परिषद के सचिव विट्ठल दरवे का जमीन घोटाले पर बयान सामने आया है. उन्होंने मंत्री संजय राठौर पर विजय वडेट्टीवार के आरोप को सही बताया है. विट्ठल दरवे ने कहा कि विजय वडेट्टीवार के आरोप बिल्कुल सही हैं. सरकार ने नवी मुंबई के बेलापुर इलाके में जमीन "ऑल इंडिया गोर बंजारा समाज" के भवन निर्माण के लिए दी थी लेकिन संजय राठौड़ ने मंत्री पद का गलत इस्तेमाल करते हुए जमीन ट्रस्ट के नाम करवा ली. उन्होंने कहा कि संजय राठौड़ ने निजी सचिव की मदद से सिडको में कागजी कार्रवाई को पूरा करवाया. विट्टल दरवे ने तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस सहित मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मामले की शिकायत की है.


ट्रस्ट के माध्यम से करोड़ों की जमीन का घोटाला


मंत्री संजय राठौड़ ने आरोप  पर सफाई देने से इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि सेशन के दौरान अपनी बात रखेंगे. वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढा पर भी गंभीर आरोप लगाये. उन्होंने मंगल प्रभात लोढ़ा का नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी के बिल्डर मंत्री ने निजी संस्था के नाम पर 700 करोड़ का प्लॉट हड़प लिया है. राजस्व विभाग ने मुंबई के कोलाबा इलाके में बेशकीमती प्लॉट जैन इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन शिक्षण संस्थान को देने से इंकार कर दिया था.


राजस्व विभाग की मनाही के बावजूद प्लॉट 30 साल के लिए शिक्षण संस्थान को लीज पर मिल गयी. प्लॉट का मालिक बिल्डर मंत्री का बेहद करीबी है. वडेट्टीवार के लगाये आरोपों पर मंत्री मंगल प्रभात लोढा ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि वडेट्टीवार के आरोपों में सच्चाई नहीं है. अगर वडेट्टीवार मेरे बारे में ऐसा सोचते हैं तो मुझे उनकी सोच पर हंसी आती है. उन्होंने कहा कि  मेरा उस प्लॉट से कोई संबंध नहीं है. मैंने इस तरह के काम में कभी हाथ नहीं लगाया. उन्होंने वडेट्टीवार को आरोप को साबित करने की चुनौती दी. अगर साबित नहीं कर पाते हैं तो बयान वापस लें. 


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