बुलढाना (महाराष्ट्र): कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के महाराष्ट्र (Maharashtra) चरण के समापन पर रविवार को कहा कि उनका अनुभव बहुत समृद्धकारी रहा. वहीं कांग्रेस ने कहा कि इस यात्रा को चुनावी सफलता में तब्दील होने में थोड़ा वक्त लगेगा. कांग्रेस ने कहा कि यह यात्रा राष्ट्रीय राजनीति और पार्टी के लिए क्रांतिकारी पल है. राहुल ने कहा है कि महाराष्ट्र में 14 दिन की इस यात्रा में उन्होंने छत्रपति महाराज, बाबा साहब आंबेडकर, छत्रपति साहू महाराज, महात्मा फुले की धरती पर बहुत कुछ सीखा है. 


नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला


इससे पहले दिन में गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर पंचायतों और अनुसूचित इलाकों का विस्तार अधिनियम (पीईएसए ऐक्ट), वन अधिकार कानून, भूमि अधिकार, पंचायत राज कानून और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण जैसे कानूनों को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस इन कानूनों को और मजबूत बनाएगी. उन्होंने कहा कि आदिवासी इस देश के पहले मालिक हैं और अन्य नागरिकों की भांति उन्हें भी समान अधिकार हैं.


बुलढाणा के नीमखेद में ‘लाइट ऑफ यूनिटी’ शो का आयोजन किया गया. मशहूर फिल्मकार अमोल पालेकर और उनकी पत्नी, लेखिका-फिल्मकार संध्या गोखले ने भी इस यात्रा में हिस्सा लिया. गांधी ने कहा कि 14 दिनों की इस यात्रा से उन्होंने काफी कुछ सीखा तथा छत्रपति महाराज, बाबा साहब आंबेडकर, छत्रपति साहू महाराज, महात्मा फुले की इस धरती पर उनका अनुभव समृद्धकारी रहा. उन्होंने कहा, ''मैं इस अनुभव को हमेशा संजोकर रखूंगा.'' उन्होंने किसानों, युवाओं, महिलाओं, दलितों और पिछड़े एवं दबे कुचले वर्गों के लोगों के साथ देश की सामाजिक-राजनीतिक दशा पर चर्चा की.


वीडी सावरकर पर दिए बयान पर मचा हंगामा


कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई थी. यह यात्रा सोमवार को भेंदवाल से जलगांव जामोड पहुंची. यह मार्च शाम को मध्य प्रदेश सीमा पर पहुंचा और यह नीमखेद में दो दिन रुकने के बाद पड़ोसी राज्य के बुरहानपुर की ओर बढ़ेगा. इस यात्रा के दौरान गांधी ने यह कहकर विवाद को जन्म दिया था कि वीडी सावरकर ने डर के मारे ब्रिटिश सरकार के समक्ष क्षमा याचिका दायर की थी. उनके इस बयान पर बीजेपी और अन्य दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि इस बयान से महा विकास आघाड़ी में दरार आ सकती है.


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह यात्रा राष्ट्रीय राजनीति और पार्टी के लिए एक 'क्रांतिकारी क्षण' है. इसे चुनावी सफलता में तब्दील करने में कुछ समय लगेगा. उन्होंने कहा कि आर्थिक विषमता, (सांप्रदायिक) ध्रुवीकरण एवं राजनीतिक तानाशाही जैसे मुद्दों पर इस यात्रा के दौरान प्रमुखता से चर्चा की गई.


कांग्रेस पार्टी ने क्या कहा है


रमेश ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि लोग एक विकल्प की तलाश कर रहे हैं. लोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से निजात पाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस एकमात्र विचारधारा है, जो बीजेपी और आरएसएस का विकल्प प्रस्तुत करती है. भारत जोड़ो यात्रा राष्ट्रीय राजनीति एवं कांग्रेस के लिए एक क्रांतिकारी क्षण है, यह महज एक कार्यक्रम नहीं है.''


उन्होंने कहा कि यात्रा महाराष्ट्र में 21 और 22 नवंबर को रुकी रहेगी और 23 नवंबर को मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगी. रमेश ने कहा कि महिलाएं, युवक और किसान यात्रा के मुख्य भागीदार हैं. उन्होंने दावा किया कि यात्रा ने एक प्रेरक संदेश दिया है और एक ‘नयी कांग्रेस’ उभर रही है. रमेश ने यात्रा के लिए अत्यधिक अच्छी व्यवस्था करने को लेकर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया.


इस यात्रा के लिए महाराष्ट्र समन्वयक बालासाहेब थोराट ने कहा कि यात्रा के तहत राज्य में 380 किमी से अधिक की दूरी तय की गई है. उन्होंने कहा, ''पदयात्रा के दौरान, लोगों के साथ राहुल गांधी की बातचीत स्मरणीय है.''


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