Nanded Government Hospital: कांग्रेस ने महाराष्ट्र के कुछ सरकारी अस्पतालों में मरीजों की मौत को ‘अपराधिक लापरवाही’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने अस्पतालों को समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं कराई जिसके कारण ये मौतें हुई हैं. पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने संवाददाता से कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार की घोर और आपराधिक लापरवाही के कारण अस्पतालों में दवाओं की कमी हुई जिसके बाद कई बच्चों सहित कई लोगों की मौत हो गई.’’


कांग्रेस ने लगाया आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पतालों में दवाओं की अनुपलब्धता का मुख्य कारण यह है कि महाराष्ट्र सरकार ने कुछ महीने पहले ही दवाओं के आपूर्तिकर्ता को बदल दिया था और नयी निविदा जारी करने में विलंब किया. महाराष्ट्र के नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में 48 घंटों के भीतर 31 मरीजों की मौत हुई है. इसके अलावा प्रदेश के कुछ अन्य अस्पतालों में भी मरीजों की मौत हुई है. महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने मंगलवार को कहा कि नांदेड़ जिले के एक सरकारी अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों की मौत के कारणों की जांच की जाएगी और वादा किया कि अगले 15 दिनों में अस्पताल के हालात में सुधार हो जाएगा. 


मामले की होगी जांच
मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ में डॉ. शंकरराव चव्हाण शासकीय चिकित्सकीय महाविद्यालय और अस्पताल में 30 सितंबर से 48 घंटे में शिशुओं सहित कम से कम 31 व्यक्तियों की मौत हो गई थी. नांदेड़ में पत्रकारों से बात करते हुए मुश्रीफ ने कहा कि अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है और कहा कि यदि मौतें किसी की लापरवाही से हुई हैं, तो उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘नांदेड़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हर मौत के मामले की जांच एक समिति द्वारा की जाएगी. कमियां हैं और हम उन्हें दूर करेंगे.


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