मुंबई के स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों के लिए गए 99.93% सैंपलों में कोविड-19 एंटीबॉली मिली है. पीटीआई ने बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा मार्च में किए गए सीरो सर्वेक्षण के निष्कर्षों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है.
3 हजार स्वास्थ्यकर्मियों पर किया टेस्ट
बीएमसी द्वारा किए गए इस सर्वे में 3,099 लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें से 3,097 लोगों में एंटीबॉडी मिलीं. बीएमसी ने बताया कि प्रतिभागियों में से 15.9% को महामारी की शुरुआत में ही कोरोना हो गया था. इनमें से कोरोना की वैक्सीन लेने वाले 36.5% कर्मचारियों के सैंपलों में एंटीबॉडी की मात्रा अधिक मिली. इन 3,099 प्रतिभागियों में 726 कर्मचारी बीएमसी के 24 वार्डों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की नर्स और हेल्थ वर्कर थे, 776 बृहन्मुंबई बिजली आपूर्ति और परिवहन कर्मचारी थे और 779 ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के कर्मचारी थे.
बीएमसी ने कहा कि उत्तरदाताओं से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर टीकाकरण के बारे में निर्णय लेने के लिए यह पहला मात्रात्मक सर्वेक्षण था। इस सीरो सर्वेक्षण करने का मकसद यह पता लगाना था कि किसी विशेष संक्रमण के प्रति इन लोगों में एंटीबॉडी है या नहीं. एंटीबॉडी की उपस्थिति बताती है कि लोग संक्रमण के संपर्क में आ सकते हैं, भले ही उन्होंने रोग के लक्षण विकसित न किए हों. यह छठा नियमित सीरो सर्वे था। अगले 6 महीनों में बीएमसी प्रतिभागियों के रक्त के नमूनों में एंटीबॉडी के स्तर की जांच के लिए दूसरा मात्रात्मक सीरो सर्वेक्षण करेगा.
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