Mumbai Coronavirus Case: शहर में मौजूदा कोविड मामलों में से 50 प्रतिशत से अधिक का इलाज निजी अस्पतालों की गहन देखभाल इकाइयों (आईसीयू) में किया जा रहा है. मामलों में हालिया वृद्धि मुख्य रूप से वरिष्ठ नागरिकों में हुई है. दिलचस्प बात यह है कि वे कई लोग अन्य इलाज के लिए आये थे फिर बाद में आरटी-पीसीआर टेस्ट में उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई.


कैसे हैं ताजा हालात?
बीएमसी के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, 32 मरीज आईसीयू में हैं, जिनमें से 17 निजी अस्पतालों में हैं जबकि 15 सरकारी या कस्तूरबा अस्पतालों में हैं. पांच मरीजों की हालत गंभीर है और वेंटीलेटर सपोर्ट पर हैं, जबकि 40 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है.


आईसीयू के मरीज बढ़ने की संभावना
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आईसीयू के रोगियों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि शहर भर में दैनिक COVID मामलों में भारी उछाल आया है. बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमरे ने कहा, हम संख्या में और वृद्धि देख रहे हैं, क्योंकि मामले बढ़ रहे हैं. वर्तमान में, सभी आकस्मिक अस्पताल में भर्ती होने को COVID से जोड़ा जा रहा है. किसी को भी कोविड के लिए आईसीयू में भर्ती नहीं किया गया है. अधिकांश मरीज वरिष्ठ नागरिक हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम है.”


ज्यादातर वरिष्ठ नागरिक भर्ती
दूसरी ओर, निकाय द्वारा संचालित अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की आवश्यकता वाले अधिक रोगी देखे जा रहे हैं. विशेष कार्य अधिकारी महारुद्र कुंभार ने कहा (सेवनहिल्स अस्पताल), “हमारे पास आईसीयू में 13 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से अधिकांश वरिष्ठ नागरिक हैं और एक से अधिक बीमारी से पीड़ित हैं. उनमें से कई निजी अस्पतालों से COVID के लिए पॉजिटिव टेस्ट के बाद ट्रांसफर किए गए हैं.


संक्रामक रोगों के एक विशेषज्ञ ने कहा, निजी अस्पतालों के संक्रामक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि जहां ज्यादातर वरिष्ठ नागरिकों को कोविड आईसीयू में भर्ती कराया जा रहा है. वहीं वे 40 साल से कम उम्र के मरीजों को भी देख रहे हैं.


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