Mumbai Police: एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुंबई के पूर्वी हिस्से में पवई झील के बाहर एक मगरमच्छ देखा गया, जिससे जलाशय के पास से गुजरने वाले कुछ लोगों में दहशत फैल गई. उन्होंने कहा, इसे रविवार रात देखा गया, जिसके बाद पुलिस नियंत्रण कक्ष को सतर्क कर दिया गया. चूंकि भीड़ जमा हो गई थी इसलिए रॉ (रेस्किंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर) के कर्मियों के साथ वन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने कहा, मगरमच्छ जल्द ही अपने आप झील में चला गया. मगरमच्छ शायद अंडे देने के लिए जगह देख रहा था. रॉ पदाधिकारी पवन शर्मा ने कहा, हम इलाके पर नजर रख रहे हैं.
महाराष्ट्र के आसपास के इलाकों में इससे पहले भी मगरमच्छ देखे जा चुके हैं. पिछले साल अक्टूबर के महीने में सुबह करीब साढ़े पांच बजे दादर में बीएमसी द्वारा संचालित स्विमिंग पूल में एक सफाई कर्मचारी को दो फीट लंबा मगरमच्छ का बच्चा मिला था. यह घटना महात्मा गांधी जलतरन तालाब के नियमित निरीक्षण के दौरान हुई, जो एक ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल है. बीएमसी ने एक बयान में कहा था कि विशेषज्ञों की सहायता से मगरमच्छ के बच्चे को बचा लिया गया है.
इसके अलावा, रैपटाइल को उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ दिया गया. उप नगर आयुक्त किशोर गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि मगरमच्छ स्विमिंग पूल में कैसे पहुंचा. निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
जनवरी में मिला था तेंदुए का शव
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक वन अधिकारी ने कहा कि इससे पहले, जनवरी में, उपनगरीय मुंबई के आरे कॉलोनी के जंगली इलाके में एक तेंदुए का क्षत-विक्षत शव पाया गया था. क्षेत्र में तेंदुए के तीन शावक पाए जाने के बाद वन अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया था. रेसकिंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (RAWW) के संस्थापक और अध्यक्ष और मानद वन्यजीव वार्डन पवन शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों को उस जगह के दायरे में एक तेंदुए का सड़ा हुआ शव मिला, जहां शावक लावारिस पाए गए थे.
ये भी पढ़ें: कौन हैं 'मशाल' छोड़कर 'तीर-कमान' थामने वाले रविंद्र वायकर? उद्धव ठाकरे को दिया है बड़ा झटका