Mumbai Cyber Crime: मुंबई की साइबर पुलिस ने नकली दस्तावेज बनाकर साइबर ठगों के बैंक खाते खोलने में सहायता करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि आरोपियों की मदद से साइबर ठग पीड़ितों के पैसा खाते में जमा करते थे. अधिकारी ने बताया कि तकनीकी विश्लेषण और गोपनीय सूचना के आधार पर, साइबर पुलिस के दल ने कुर्ला के निवासी अजहर अनीस अंसारी (21) को गिरफ्तार किया जिसने कथित तौर पर बैंक खाते खोले थे.
पुलिस ने राजकुमार पांडेय (37) को पकड़ा जिसने एंटोप हिल से कथित तौर पर फर्जी आधार कार्ड उपलब्ध कराए थे. अधिकारी ने कहा कि साइबर फर्जीवाड़े के एक मामले की जांच के संबंध में यह गिरफ्तारी की गई. उन्होंने कहा कि मामला एक महिला से जुड़ा है जिसे मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर दोस्ती करने वाले एक व्यक्ति ने धोखा दिया था. अधिकारी ने कहा कि धोखा देने वाले व्यक्ति ने पीड़िता से मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिये दोस्ती की थी और उसने उससे शादी का वादा किया था.
पीड़िता से ठगे 45 लाख
कुछ दिन बाद आरोपी ने पीड़िता को बताया कि वह दिल्ली हवाई अड्डे पर दो लाख डॉलर के साथ पकड़ा गया है और छूटने के लिए उसे पैसा चाहिए. इसके बाद महिला ने व्यक्ति द्वारा दिए गए बैंक खाते में 44.93 लाख रुपये जमा कर दिए. अधिकारी ने बताया कि पैसा लेने के बाद आरोपी ने महिला से सारे संपर्क खत्म कर लिए जिसके बाद पीड़िता को धोखाधड़ी का अहसास हुआ.
बरमाद हुए फर्जी दस्तावेज
जांच के दौरान साइबर पुलिस ने पाया कि बैंक खाते फर्जी दस्तावेज के इस्तेमाल से खोले गए थे और इन सबमें एक गिरोह शामिल है. अधिकारी ने कहा कि गिरोह ने कथित तौर पर नकली दस्तावेज के इस्तेमाल से बैंक खाते खोले और उन्हें साइबर ठगों को उपलब्ध कराया ताकि वे ठगी का पैसा जमा कर सकें. पुलिस ने आरोपियों के पास से 43 आधार कार्ड, पैन कार्ड की प्रतियां और अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं.
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