Maharashtra News: सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को मुंबई के आजाद पार्क में दशहरा रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शिवसेना-यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर निशाना साधते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने दशहरा मैदान से 'गर्व से कहो हम हिंदू हैं' का नारा दिया था. बालासाहेब ठाकरे ने कांग्रेस को कभी अपने पास नहीं खड़ा किया. आज ऐसा लग रहा है कि अपनी पार्टी कब कांग्रेस में विलीन कर लेंगे यह पता नहीं.


आगे सीएम शिंदे ने दावा किया, ''मैंने आज रावण का दहन किया है. 2024 में देश की जनता इंडिया अलायन्स नाम के रावण का दहन करेगी. 2014 में भी मोदी थे, 2019 में भी मोदी थे, 2024 में भी मोदी ही आएंगे.  हम महाराष्ट्र में 48 में से 45 लोकसभा सीटों पर जीतेंगे."


उद्धव ठाकरे पर हमला जारी रखते हुए सीएम ने कहा, ''बालासाहेब ने जिंदगी भर जिसे कभी अपने पास नहीं बुलाया आज ये लोग उन्हीं के तलवे चाट रहे हैं. ये जनता सब जानती है. असली गद्दार कौन है. हिंदुत्व की विचारधारा और बालासाहेब के विचारों को लेकर हम काम कर रहे हैं. चुनाव आयोग ने नाम और चुनाव चिह्न हमे देने का बाद, शिवसेना के बैंक खाते में 50 करोड़ रुपए जमा है वो बैंक से मांगे थे. लेकिन बैंक ने पैसे देने इनकार कर दिया और कहा कि EC ने शिवसेना एकनाथ शिंदे को दिया है तो इसलिए पैसे नहीं दे सकते हैं. बाद में पैसे के लिए हमें पत्र लिखा गया. मैने तुरंत पैसे देने के लिए कह दिया है. क्योंकि इनका प्रेम पैसे से है, बालासाहेब ठाकरे के विचारों से नहीं है.''


मराठा आरक्षण को लेकर बड़ा बयान


सीएम शिंदे ने कहा, ''मैं मराठा समाज के लोगों को ये विश्वास दिलाता हूं कि मेरे शरीर में  जब तक खून का आखिरी कतरा रहेगा. तब तक मैं मराठा आरक्षण के लिए लड़ूंगा. मराठा समाज के लोगों को मराठा आरक्षण दिलवाकर रहूंगा,। ये बात में छत्रपति शिवाजी महाराज की सौगंध खाकर कहता हूं. लोगो से यही कहूंगा कि कोई गलत कदम ना उठाएं, संयम बनाकर रखें.''


सीएम शिंदे ने आगे विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ''एकनाथ शिंदे कभी पीछे नहीं हटेगा. कोविड के समय आप घर में बैठे थे. मैंअपने जीवन को दाव पर लगाकर PPE किट पहनकर मरीजो से मिलने गया. पुलिस को प्रोत्साहित करने का काम किया. आप घर में बैठकर पैसे गिनने का काम कर रहे हैं. खिचड़ी घोटाला किया, कोविड बॉडी बैग के नाम पर घोटाला किया. ये सभी पाप कहां धोएंगे.''


चेहरे के ऊपर चेहरा लगा लेते हैं लोग- सीएम शिंदे
सीएम शिंदे ने कहा, ''यह मुझसे अच्छा और कौन जान सकता है. एक चेहरे पर लोग कई चेहरे लगा लेते हैं लोग आप चेहरे पर मत जाइए. सीता हरण के लिए रावण ने साधु का रूप धारण किया था. इन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए साधु का भेष धारण किया. मुझे सब कुछ पता है. सही समय आने पर सब कुछ बताऊंगा. सीएम  बनने के लिए क्या सोने के चम्मच के साथ पैदा होना जरूरी है? शिंदे मुख्यमंत्री बना, लेकिन उसके अंदर कोई बदलाव नही हुआ है. एकनाथ शिंदे ने अपने अंदर का कार्यकर्ता नहीं मरने दिया है. कार्यकर्ता के रूप में काम करता था, करता हूं और करता रहूंगा, आगे भी सड़क पर उतरकर काम करूंगा.''


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