Maharashtra News: किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार (15 मार्च) को महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. इस बैठक में डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे. राज्य सरकार में मंत्री उदय सामंत ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम ने सुझाव दिया है कि मैं और अतुल सावे प्रदर्शनकारी किसानों से मिलेंगे.


मंगलवार को हजारों किसानों ने मुंबई की ओर किया था कूच
मालूम हो कि मंगलवार (14 मार्च) को हजारों की संख्या में किसानों और आदिवासियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नासिक से मुंबई के लिए मार्च की शुरुआत की थी. उनकी प्रमुख मांगों में प्याज उत्पादकों को को 600 रुपए प्रति क्विंटल की तत्काल वित्तीय राहत, 12 घंटे के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति, कृषि ऋण में माफी और बिजली बिल माफ करने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं. इसके अलावा किसानों ने  सोयाबीन, कपास और अरहर की कीमतों में गिरावट को रोकने और बेमौसम बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभाविक किसानों को तत्काल राहत देने के लिए कदम उठाने की बात कही थी.


प्रदर्शनकारी किसानों ने की OPS बहाली की मांग
इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को मांग की थी कि 2005 के बाद नौकरी पाने वाले राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल हो. किसानों के इस मार्च का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने किया.


बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को उन प्याज किसानों को 300 रुपए प्रति क्विंटल की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है जो प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस अनुग्रह राशि की घोषणा करते हुए कहा था कि इससे प्याज उत्पादकों को राहत मिलेगी. महाराष्ट्र में प्याज की कीमत बुरी तरह से नीचे गिरी है, जिसकी वजह से किसानों को उनकी उत्पादन लागत भी नसीब नहीं हो रही है. किसान प्याज को सड़कों पर फेंकने या खेतों में ही जोतने को मजबूर हैं. हाल ही में ऐसे कई वीडियो भी सामने आए थे जिनमें किसान अपनी प्याज को खेतों में जोतते दिख रहे हैं.


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