Maratha Reservation News: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग एक बार फिर तेज होती जा रही है. सरकार को मराठा आरक्षण को लेकर दिया गया अल्टीमेटम भी पूरा हो चुका है. जिसको लेकर आज मराठा आरक्षण के आंदोलन के अगुवा मनोज जरांगे पाटील ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर मराठा समाज के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हमसे 30 दिन मांगे गए थे लेकिन हमने 40 दिन दिए इसके बाद भी मराठा समाज को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है.


29 अक्टूबर को आंदोलन की नई दिशा तय होगी


मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार मराठा समाज के बच्चों का भला नहीं करना चाहती. सरकार की तरफ से ये जानबूझ कर किया जा रहा है. इसका मलतब साफ है कि वो आरक्षण देनी ही नहीं चाहती. लेकिन अगले दो तीन दिनों में देखते है कि क्या होता है. वरना हम 29 अक्टूबर को आंदोलन की नई दिशा तय करने वाले है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की समिती को टाइम बढ़ाकर दिया लेकिन इसके बावजूद सबूत देने पर भी आरक्षण नहीं दिया गया. 


नांदेड में सांसद की गाड़ी हमले को लेकर भी बोले मनोज जरांगे
मनोज जरांगे पाटील ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पीएम मोदी से मिलने के लिए गए थे. लेकिन उन्होंने पीएम मोदी को क्यों नहीं बताया कि मराठाओं का बड़ा आंदोलन चल रहा है. उन्होंने कहा कि मराठा लड़कर आरक्षण लेकर रहेंगे. वहीं नांदेड में सांसद की गाड़ी पर हुए हमले को लेकर मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि वो क्या राष्ट्रपति है, उन्हें हमारे गांव में ही सोना था, फिर क्यों उन्होंने अपने दिमाग पर जोर दिया. पाटील ने कहा सरकार ने उन्हें कानून व्यवस्था खराब करने की सुपारी दी थी. उन्होंने सांसद को लेकर कहां कि लोकसभा क्षेत्र कौन सा वहां जाकर आरक्षण लेकर आए, हमारे गांव में आकर जख्म पर नमक छिड़कने का काम कर रहे है आप, लेकिन अब मराठा होशियार हो चुका है.   


यह भी पढ़ें: Maharashtra Crime News: मुंबई में मिला एक संदिग्ध बैग, खोला तो निकली महिला की अधजली लाश