Maharashtra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने गुरुवार को कहा कि लव जिहाद की घटनाओं के पीछे साजिश की बू आती है. डिप्टी सीएम फडणवीस ने विधान परिषद में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य गोपीचंद पाडलकर द्वारा पेश किए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए यह बात कही. उपमुख्यमंत्री ने राज्य विधानमंडल के उच्च सदन में कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसी (लव जिहाद) घटनाओं के पीछे किसी प्रकार की साजिश है. जब बहुसंख्यक समुदाय द्वारा इस मुद्दे को लेकर बड़ी संख्या में रैलियां की गई, तो सरकार इसे नजरअंदाज नहीं कर सकती है. उनकी मांगों पर संज्ञान लेने की जरूरत है.


'नए कानून बनाने की जरूरत'- डिप्टी सीएम


गौरतलब है कि डिप्टी सीएम फडणवीस के पास ही महाराष्ट्र के गृह विभाग का कार्यभार है. डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि मेरे पास लव जिहाद से संबंधित मामलों या शिकायतों की सही संख्या नहीं है. यह शब्द केरल में गढ़ा गया है. इसके खिलाफ कानून बनाने में कुछ चुनौतियां हैं. यदि धर्मांतरण होता है, तो भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 लागू होती है, लेकिन, उस धारा की परिभाषा धर्मांतरण के लिए परिभाषित नहीं है. इसलिए हमें इसके लिए नए कानून बनाने की जरूरत है.


बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र सरकार के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने लव जिहाद पर बयान दिया था. उन्होंने विधानसभा में बयान था कि राज्य में एक लाख से अधिक लव जिहाद के मामले हैं. उन्होंने आगे कहा कि राज्य की नाराज जनता इसके खिलाफ कई जिलों में 50-50 हजार की भीड़ में एक साथ आकर विरोध प्रदर्शन कर चुकी है. राज्य में कोई और श्रद्धा वालकर ना हो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है और इसीलिए इंटर फेथ मैरिज कमिटी बनाई गई. हालांकि इस मामले को लेकर एनपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने पलटवार किया था. एनपी विधायक ने इस मामले को लेकर कहा कि राज्य में अंतधार्मिक विवाह के लगभग 3 हजार मामले सामने आए हैं.


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