महाराष्ट्र के लोगों के लिए खुशखबरी! नए साल से पहले CM देवेंद्र फडणवीस ने किया बड़ा ऐलान
Maharashtra News: महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के लिए एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य रखा है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के लोगों को नए साल की सौगात देने जा रहे हैं.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में नए साल पर राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार पहला बड़ा तोहफा देने जा रही है. सरकार एसटी बसों के बेड़े में 1300 नई अत्याधिक बसें शामिल करेगी. दरअसल, महाराष्ट्र की नई सरकार के अस्तित्व में आने के साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के लिए एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य रखा है.
हाल ही में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम के मंच से सीएम फडणवीस ने इसके लिए महाराष्ट्र के सीपोर्ट, ट्रांसपोर्टेशन, सड़क यातायात, आवागमन को मजबूत बनाने की बात कही है. महाराष्ट्र के गावों को तालुका, तालुका को शहरों से जोड़ने में राज्य की स्टेट ट्रांसपोर्ट बसों का बड़ा योगदान होता है. इसी कड़ी में एमएसआरटीसी की ओर से महाराष्ट्र की जनता को नए साल का तोहफा मिलने जा रहा है. नए साल पर एमएसआरटीसी के बेड़े में 1300 से आधुनिक बसें शामिल होंगी.
नई आधुनिक बसों की जरूरत क्यों?
दरअसल, राज्य की स्टेट ट्रांसपोर्ट बसों की पहचान लाल परी के रूप में है जो गांव से गांव को जोड़ती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बसों की किल्लत के कारण रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में 11 लाख तक की गिरावट देखी गई. कोविड काल से पहले एमएसआरटीसी के बेड़े में तकरीबन 18500 बसें थी जिसमें से 15500 बसें सेवा में थी और रोजाना 65 लाख यात्री एसटी बसों में यात्रा करते थे लेकिन कोविड के बाद एमएसआरटीसी में बसों के खराब और नई बसों की किल्लत से तकरीबन 1000 बसें कम हुई और अब मात्र तकरीबन 14500 बसें सेवा में हैं.
यात्रियों की संख्या घटी
बसों की संख्या कम होने के चलते यात्रियों की संख्या 65 लाख से घटकर 54 लाख रोजाना तक घट गई. राज्य में स्टेट ट्रांसपोर्ट की डिमांड होने के बावजूद बसों की किल्लत की वजह से एमएसआरटीसी को पिछले कई वर्षों तक घाटा सहना पड़ा. एसटी का कुल घाटा 11 हजार करोड़ तक पहुंच गया है.
कहां-कहां चलेंगी नई बसें?
एमएसआरटीसी की तरफ से बताया गया कि दो साल पहले उठाए गए कदमों के बाद अब एमएसआरटीसी ने आखिर अपने बेड़े में किराए की तकरीबन 1300 बसें शामिल करने का अहम फैसला किया. जिसके तहत मुंबई-पुणे क्षेत्र के अलावा नाशिक-संभाजीनगर और नागपुर-अमरावती समेत प्रत्येक रीजन के लिए तकरीबन 450 बसें सेवा में शामिल होंगी. लीज पर ली जा रही ये नई आधुनिक बसें नए साल से सेवा में आ सकती हैं.
एमएसआरटीसी को उम्मीद है कि राज्य की लाल परी पिछले वर्षों में हुए नुकसान की भरपाई कर मुनाफा कमाकर देगी. राज्य की जरूरतमंद बस यात्री ना सिर्फ इन सेवाओं का लाभ ले पाएगी बल्कि उसकी जेब पर महंगाई का असर भी कम हो सकता है.
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