Devendra Fadnavis On Rahul Gandhi: महाराष्ट्र (Maharashtra) के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से शुक्रवार को सवाल किया कि कांग्रेस अगर ‘जितनी आबादी, उतनी भागीदारी’ के सिद्धांत में विश्वास करती है तो उसके शासनकाल में एक ही परिवार से ‘इतने सारे’ प्रधानमंत्री क्यों बने.


एक ही परिवार से इतने प्रधानमंत्री क्यों- देवेन्द्र फडणवीस
महाराष्ट्र के वाशिम जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ओबीसी मोर्चा द्वारा आयोजित ‘ओबीसी जागर यात्रा’ को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि, बीजेपी शासन के तहत अन्य पिछड़ा वर्ग को राजनीतिक सत्ता और कल्याण लाभों में पर्याप्त हिस्सेदारी मिल रही है. देश में जाति आधारित जनगणना पर जोर देने वाली कांग्रेस ‘जितनी आबादी, उतनी भागीदारी’ के नारे का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने इस नारे का जिक्र करते हुये पूछा, ‘फिर, इतने सारे प्रधानमंत्री केवल एक ही परिवार से क्यों आए. क्या वे इस प्रश्न का उत्तर देंगे.’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी (शिवसेना) ने एक समय मंडल आयोग की रिपोर्ट का विरोध किया था.


OBC वर्ग के साथ खड़े हैं पीएम मोदी- देवेन्द्र फडणवीस
उन्होंने कहा कि आज देश में ओबीसी प्रधानमंत्री हैं और ऐसे नेता हैं जो ओबीसी के लिये काम करने के वास्ते खड़े हैं. फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी तक पहुंचता है. उन्होंने कहा कि लगभग 60 प्रतिशत केंद्रीय मंत्री इन समुदायों से हैं. डिप्टी सीएम ने दावा किया कि इसी तरह, फसल बीमा का 71 प्रतिशत लाभ इन समुदायों को जाता है और वे पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 80 प्रतिशत लाभार्थी भी हैं.उन्होंने कहा कि विभिन्न शैक्षणिक छात्रवृत्ति के 58 प्रतिशत लाभार्थी एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों से हैं.


 


राहुल की मोहब्बत की दुकान पर साधा निशाना
कांग्रेस के एक कार्यक्रम में स्थानीय पार्टी नेताओं के बीच हुयी झड़प का हवाला देते हुये फडणवीस ने कहा, ‘‘(कांग्रेस नेता) राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, लेकिन मोहब्बत किसी दुकान में नहीं होता है बल्कि इसे हमारे दिल में होना चाहिए और हमने कांग्रेस के प्रेम की दुकान कल नागपुर में देखी.’ उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस के 17 प्रतिशत मुख्यमंत्री ओबीसी थे, वहीं भाजपा के मामले में यह अनुपात 31 प्रतिशत है. फडणवीस ने कहा कि भाजपा ने ओबीसी के लिए एक अलग मंत्रालय शुरू किया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि मराठा और धनगर समुदायों को महाराष्ट्र में आरक्षण मिले.