Maratha Reservations: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार (19 अगस्त) को मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे के आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यह कहते हैं कि वह समुदाय को आरक्षण देने की प्रक्रिया में बाधा डाल रहे हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे.


देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''मुख्यमंत्री को सारे अधिकार होते हैं. कोई मंत्री मुख्यमंत्री से बड़ा नहीं होता है. मैं और मुख्यमंत्री साथ मिलकर काम करते हैं. मैं पूरी ताकत से उनके साथ में खड़ा हूं और जहां तक इन आरोपों का सवाल है, मैं तो जरांगे पाटिल जी को कहूंगा कि वो खुद ही मुख्यमंत्री से इस सवाल को पूछें.''






उन्होंने आगे कहा, ''अगर मुख्यमंत्री जी ये कहते हैं कि उनको मराठा समाज के लिए कोई निर्णय लेना था और उसमें मैंने अड़ंगा लगाया, उसी समय अपने पद से भी इस्तीफा दूंगा और राजनीति से भी संन्यास की घोषणा करुंगा. इस प्रकार की झूठी बातें फैलाने का कोई मतलब नहीं है. लगातार मराठा समाज के लिए किसी ने निर्णय लिया है तो वो मुख्यमंत्री के तौर पर मैंने लिया है या फिर शिंदे जी ने लिया है.''


मनोज जरांगे पाटिल ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर मराठा समुदाय के आरक्षण में बाधा पैदा करने का आरोप लगाया है. फडणवीस ने कहा, '' अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मराठा आरक्षण के संबंध में उनके निर्णय में मेरी ओर से बाधा पैदा करने की बात साबित होती है तो मैं अपना इस्तीफा दे दूंगा.''


उन्होंने कहा, ''हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि मुख्यमंत्री राज्य का मुखिया होता है और सभी निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होता है. नागरिक के रूप में, हम जिम्मेदारियां साझा करते हैं. जानबूझकर इस तरह की कहानी बनाना गलत है.'' बता दें कि पिछले साल अगस्त में जालना के अंतरवाली सराती में मराठा कोटा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के लिए फडणवीस, जो राज्य के गृह मंत्री भी हैं को जिम्मेदार ठहराया था.''


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