Devendra Fadnavis Exclusive: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की, जिसमें एकनाथ शिंदे, कैबिनेट में विभागों के बंटवारे और अजित पवार की मांगों का जिक्र किया. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह स्पष्ट किया कि एकनाथ शिंदे असल में नाराज नहीं थे, बल्कि दोनों दलों में चर्चा चल रही थी जिस वजह से समय लगा. वहीं एनसीपी और शिवसेना के बीच गृह मंत्रालय को लेकर अनबन की स्थिति बनी हुई है, जिसपर सीएम फडणवीस ने बात क्लियर की.
महायुति की सरकार में देवेंद्र फडणवीस के साथ दो सहयोगी दलों के दो डिप्टी सीएम हैं. शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी प्रमुख अजित पवार, दोनों ही नेता महाराष्ट्र की जमीन पर काफी दमदार माने जाते हैं. हालांकि, नई सरकार बनने के बाद से एकनाथ शिंदे और बीजेपी के बीच मनमुटाव की खबरें बाहर आती रहती हैं. इसको लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "एकनाथ शिंदे बड़े नेता हैं और ढाई साल में मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने बेहतरीन काम किया है. इन ढाई साल में हम सब उनके साथ थे, वह हमारी टीम के मुखिया थे."
एकनाथ शिंदे ने हाल ही में कहा था कि पिछले 20 साल में वह महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे हैं. इन 20 सालों में देवेंद्र फडणवीस का कार्यकाल भी शामिल है. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे थे कि एकनाथ शिंदे ने देवेंद्र फडणवीस से अपनी तुलना करते हुए खुद को बेहतर सीएम बताया था. इस पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "एकनाथ शिंदे ने लोगों के मन में अपनी जगह बनाई है. अगर मेरा कोई सहयोगी लोगों के मन में जगह बनाता है, तो इससे मुझे कोई संकोच नहीं है. उन्होंने मेरे साथ कभी कोई तुलना नहीं की है. उनकी सफलता में मेरा भी योगदान और सहयोग है. मैं उनके साथ रहा हूं. मैंने बहुत महत्वपूर्ण विभाग संभाले हैं. मैं यहां बेस्ट सीएम बनने नहीं आया हूं बल्कि जनता का काम करने आया हूं. पदवी जनता ही देगी."
महायुति में गृह मंत्रालय किस पार्टी को मिलेगा?
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद अब विभागों के बंटवारे के लिए विचार-विमर्श चल रहा है. इस बीच गृह मंत्रालय के पद के लिए शिवसेना और एनसीपी में भिड़ंत चल रही है. जब देवेंद्र फडणवीस ने पूछा गया कि क्या वह होम डिपार्टमेंट अपने पास रखेंगे तो उन्होंने जवाब में कहा, "इस पर गंभीर चर्चा चल रही है, अंतिम फैसला जब होगा तो बताऊंगा."
'एकनाथ शिंदे बिल्कुल नाराज नहीं थे'
वहीं, एकनाथ शिंदे की नाराजगी पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "जिस प्रकार से मीडिया में खबरें चल रही थीं कि एकनाथ शिंदे नाराज हैं, ऐसी परिस्थिति नहीं थी. मैंने एकनाथ शिंदे से कहा कि अपने कार्यकाल में मैं भी डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहता था, लेकिन फिर मेरे ध्यान में आया कि अगर सरकार चलानी है तो पार्टी के मजबूत व्यक्ति को सरकार में होना पड़ेगा. इससे पार्टी को भी ताकत मिलती है. इस पर एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उन्हें डिप्टी सीएम बनने में कोई दिक्कत नहीं है."
विभागों के बंटवारे के मसले पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तीनों पार्टियों के पास इस बार बड़ा मैनडेट है, इसलिए तीनों को लगता है कि उनके पास ज्यादा मंत्री होने चाहिए. तीनों पार्टी को उचित सम्मान दिया गया है. लेकिन जब सरकार चलानी हो तो आकांक्षाओं को भी मैनेज करना पड़ता है. 16 दिसंबर के पहले कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा.
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