Maharashtra Assembly Election 2024: ध्रुवीकरण के लग रहे आरोपों के बीच बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि वह अपने भाषणों में ज्यादातर विकास की ही बात करते हैं. एबीपी न्यूज की मेघा प्रसाद से बातचीत में देवेंद्र फडणवीस ने यह दावा भी किया कि महायुति को पूर्ण बहुमत मिलेगा और उसे शरद पवार या फिर उद्धव ठाकरे के समर्थन की जरूरत नहीं पड़ेगी. एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में फडणवीस ने महायुति के सीएम चेहरे पर भी अपनी राय जाहिर की.
अगर 23 नवंबर को बहुमत नहीं मिला तो क्या शरद पवार का समर्थन लेंगे, क्या उद्धव ठाकरे की वापसी होगी?
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. महाराष्ट्र की जनता निर्णायक बहुमत देगी. उनका सहयोग लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी और इसका सवाल ही नहीं उठता.
विनोद तावड़े ने नए चेहरे को चुने जाने के संकेत दिए हैं. महायुति का सीएम चेहरा कौन होगा?
मैं हमेशा करहता हूं कि चुनाव टफ है लेकिन पूर्ण बहुमत के साथ महायुति चुनकर आएगी. किसको क्या मिलेगा. मैं कमेंट नहीं देना चाहता. सीएम कौन होगा यह नंबर पर तय नहीं होगा. यह स्ट्राइक रेट पर तय नहीं होगा. तीनों मिलकर बैठेंगे. हमको उस वक्त की परिस्थिति में क्या करना है उस पर तय करेंगे. विनोद तावड़े दिल्ली में रहते हैं. मैं महाराष्ट्र का छोटा सा नेता हूं. उनको कोई जानकारी होगी, उन्होंने उसी अनुसार बोला होगा.
क्या अजित पवार के साथ रिश्ते में खटास आई है?
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अजित पवार ने कभी भी पीएम मोदी के खिलाफ बयान नहीं दिया. उन्होंने यह जरूर कहा है कि 'बंटेंगे तो कटेंगे' नहीं चलेगा 'एक हैं तो सेफ हैं' नारा चलेगा. पानी का ग्लास आधा खाली और आधा भरी होने वाली बात है. हम सभी रोज स्टेज पर आ रहे हैं. उनकी पार्टी स्टेज पर आ रही है. उनको पता है कि जो सीटें चुनकर आ रही हैं उससे हमारी ही मदद हो रही है. हमारे बीच कोई दूरी नहीं है. सब अच्छे से चल रहा है.
ध्रुवीकरण के लग रहे आरोपों पर
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''मैंने ध्रुवीकरण की कोशिश नहीं की. 60-65 भाषण देख लें, मैंने 90 प्रतिशत पर विकास की बात कही है लेकिन पांच प्रतिशत जवाब देता हूं क्योंकि उलेमा से मांगे लेकर कांग्रेस उनको लिखित में देती है तो कि मांगे मानने को तैयार हैं. 10 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण, उससे भयानक मांग है कि 2012 से 24 तक जितने भी दंगे हुए, दंगे के मुस्लिम आरोपियों को केस को समाप्त कर दें. आरएसएस पर बंदी लगाई जाए. इस पर जवाब तो देना पड़ेगा.
बंटेगे तो कटेंगे के नारे पर
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 'एक हैं तो सेफ हैं' में क्या गलत है. जब भी हम जातियों और प्रांतों में बंटे तो देश के टुकड़े हुए. जो पीएम ने कहा है, वह सबसे ज्यादा सेफ है. इस पर आपत्ति करने वालों की अकल पर तरस आता है.
पांच साल विकास और चुनाव के वक्त हिंदू-मुस्लिम की बात क्यों करते हैं?
फडणवीस ने कहा कि मैंने 90 प्रतिशत जो भाषण दिया है, उसको क्यों वायरल नहीं करते. पूरा कंटेंट निकालेंगे तो तो 99 प्रतिशत पर विकास और स्कीम पर बात करता हूं. महाराष्ट्र के रोडमैप की बात करता हूं. लेकिन मीडिया उसे क्यों नहीं दिखाता?
गौतम अडानी के घर मीटिंग के दावे पर
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि गौतम अडानी के घर पर मीटिंग नहीं हुई है. शरद पवार ने चार बार अपना बयान दिया और कम से कम अब जाकर यह माना तो कि मीटिंग हुई थी. शरद पवार ने जिस षडयंत्र की बात की है मुझे उस पर कुछ नहीं कहना है. मैं जब भी गृहमंत्री बनता हूं वह नागपुर की बात करते हैं. नागपुर आगे बढ़ता देखते हैं तो बदनाम करने की कोशिश करते हैं.
कांग्रेस ने उलेमा के नाम चिट्ठी को फेक बताया है. इस पर देवेंद्र फडणवीस की राय
जयंत पाटील का जवाब है. वह चिट्ठी फेक नहीं है. जब चिट्ठी वायरल हुई तो कांग्रेस जवाब देने लगी. अगर चिट्ठी फेक है तो उसकी फॉरेंसिक जांच करा लें.
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