Devendra Fadnavis Exclusive: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. इस बीच एबीपी न्यूज़ ने नेताओं के मूड को जानने के लिए खास कार्यकर्म शिखर सम्मेलन का आयोजन किया है. इस खास कार्यक्रम में पहुंचे उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी दलों के आरोपों पर जवाब दिए.
उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी के नेता अजित पवार, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण जैसे नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब दिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई डील नहीं हुई है. अशोक चव्हाण पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.
फडणवीस ने कहा, ''हमारे ऊपर विपक्षी पार्टियां तंज कसते रहते हैं. कुछ लोग हमारे साथ जरूर आए हैं, जिनपर केस हैं. मैं बहुत ही साफ शब्दों में कहता हूं कि हमने कोई डील नहीं की है.अगर किसी पर केस चलता है तो चलता रहेगा. राजनीतिक गठबंधन हमने किए हैं, हमें वास्तविकता में जीना होता है. निश्चित तौर पर हमने जिनके खिलाफ बोला है, हमने आरोप लगाए हैं, लेकिन हम फिर कहते हैं कि हमने कोई डील नहीं किया है.''
बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा दो पार्टियां हमारे साथ आई है. हम उनके साथ सरकार चला रहे हैं. हमने उनको पार्टी में लिया है, ये सवाल ही नहीं है. कानून अपना काम करेगा.
फडणवीस ने अजित पवार के खिलाफ लगाए गए उनके आरोपों पर कहा, ''2009 में सारा मसला चालू हुआ. हम 2013 तक आरोप लगाते थे. उस समय की सरकार ने जांच शुरू की. उस समय कई अधिकारी दोषी पाए गए, उन्हें सजा हुई. 15 साल हो गए. जिनके साथ हम खड़े हैं, उनका नाम चार्जशीट में नहीं आया है. एक दोष जरूर था कि आप मंत्री थे तो आपकी जिम्मेदारी थी. आपके नेतृत्व में ये नहीं होना चाहिए था. हम अगर बात नहीं करते तो क्या भ्रष्टाचार का मामला सामने आता? इतने लोग जेल जाते? हमने इन लोगों पर इसलिए आरोप लगाए थे क्योंकि उस विभाग के प्रमुख वो थे. वो शामिल थे, नहीं थे, ये देखना जांच एजेंसियों का काम है.''
अशोक चव्हाण पर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?
उन्होंने अशोक चव्हाण को लेकर कहा कि वो तब आए (बीजेपी में) जब हाई कोर्ट से वो उस मामले में बरी हो गए थे. चव्हाण पर आदर्श सोसाइटी घोटाले के आरोप लगे थे और उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
वायकर ने गलत कहा- देवेंद्र फडणवीस
वहीं रविंद्र वायकर के बयान पर कहा कि उन्होंने गलत कहा है. दरअसल एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना के उम्मीदवार रविंद्र वायकर ने कहा है कि साल की शुरुआत में वह ईडी (ED) और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की जांच के दायरे में आ गए थे, ऐसे में उनके पास दो ही विकल्प था पहला ये कि वह जेल जाएं और दूसरा कि वह अन्य पार्टी ज्वाइन कर अपना रुख स्पष्ट करें.
Exclusive: संजय राउत बोले, 'अब मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, बीजेपी एकजुट है या नहीं ये...'