Maharashtra News: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मदेरी देगी वो उसे निभाएंगे. दरअसल, उनसे सवाल किया गया कि अगर उन्हें केंद्र में मंत्री बनाए जाने की पेशकश की जाएगी तो उनका रुख क्या होगा.
इस पर फडणवीस ने कहा, "मैं मुंगेरीलाल के हसीन सपने नहीं देखता. वास्तविकता में जीने वाला व्यक्ति हूं. जब जहां बुलाया जाएगा चला जाउंगा.'' इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने कहा, ''मैं जिस पार्टी में हूं वहां कोई च्वाइस नहीं होता. मुंबई में बोला जाएगा तो वहां रहूंगा, दिल्ली में बोला जाएगा तो वहां जाउंगा और अगर मेरे घर नागपुर में कहा जाएगा तो वहां जाउंगा.''
फडणवीस को दिल्ली और मुंबई में से सबसे अच्छा कहा लगता है ? इस सवाल पर फडणवीस ने कहा, "मुझे तो सबसे अच्छा नागपुर में लगता है लेकिन वहां रह थोड़ी सकता हूं."
पुलिस पर हमला होगा तो वह ताली नहीं बजाएगी- फडणवीस
महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बदलापुर एनकाउंटर पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, '' हम एनकाउंटर में यकीन नहीं करते. मेरा मानना है कि किसी कानून का पालन होना चाहिए और उस हिसाब से अपराधी को दंड मिलना चाहिए. अगर कोई अपराधी बंदूक छीनकर पुलिस पर गोली चलाता है पुलिस ताली नहीं बजा सकती और पुलिस ने गोली चलाई अपने संरक्षण के लिए चलाई, उसको एनकाउंटर कहिए, संरक्षण कहिए, यह जांच का विषय है.''
अक्षय शिंदे मामले की होगी निष्पक्ष जांच - फडणवीस
क्या एनकाउंटर मामले की निष्पक्ष जांच होगी? इस पर फडणवीस ने कहा, ''सौ प्रतिशत जांच होगी, नियम ही है एक व्यक्ति हमारी कस्टडी में था. किसी भी प्रकार से मौत हुई हो. उसकी जांच होती है. मेरी अपेक्षा यह है कि कल घटना घटी है आज तफ्तीश शुरू की है. सीआईडी ने जांच शुरू की. आज ही कैसे सारे जवाब दे दें. निष्पक्ष जांच होगी. सुप्रीम कोर्ट ने बहुत स्पष्ट टिप्पणी की है. पुलिस को पहले जांच करने दे, सीआईडी को जांच करने दे सारी चीजें बाहर आ जाएंगी.''
एनकाउंटर के बाद लगी होर्डिंग तो यह बोले फडणवीस
बदलापुर की घटना के बाद फडणवीस की तस्वीर वाली होर्डिंग लगाई गई थी. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ''मैं ऐसी होर्डिंग का समर्थन नहीं करता.यह गलत है. ऐसी घटना का महिमामंडन नहीं होना चाहिए. ये बात अलग है कि इंस्टैंट न्याय मिला, जो भावना लोगों की दिखी, लेकिन ऐसा होना नहीं चाहिए था. इस प्रकार की घटना पर बहुत गंभीरता से सोचना चाहिए.''
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