Dharavi Masjid Demolition: महाराष्ट्र के धारावी में महबूब-ए-सुभानिया मस्जिद के अनधिकृत निर्माण को ट्रस्ट की ओर से हटाया जाना शुरू हो गया है. नगर पालिका जब अनधिकृत मस्जिद के खिलाफ कार्रवाई करने गई तो विरोध हुआ. धारावी में इस घटना से तनावपूर्ण माहौल हो गया. इस मामले में ट्रस्ट ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाल ही में ट्रस्ट ने मस्जिद में अनधिकृत निर्माण को हटाने का आश्वासन दिया था. इसी के तहत आज ट्रस्ट ने मस्जिद पर हुए अनधिकृत निर्माण को हटाना शुरू कर दिया है.


धारावी के महबूब-ए-सुभानिया मस्जिद को लेकर बीते शनिवार को जो हंगामा हुआ था, उसके बाद मस्जिद कमिटी ने 7 दिनों का वक्त मांगा था और खुद अवैध हिस्से को तोड़ने की बात कही थी. अब मस्जिद कमिटी की तरफ से खुद उस अवैध हिस्से को तोड़ने की शुरुआत की जा रही है. ऊपर का जो 20 फीट का मीनार का हिस्सा है, वो मुख्य रूप से अवैध है, उसपर ग्रीन कर्टन लगाया है और लकड़ी लगाकर तोड़ने की कार्रवाई शुरू होगी.


इस मामले में पुलिस ने फिलहाल 3 लोगों को सरकारी काम में बाधा डालने, दंगा और सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है.


क्या था पूरा मामला ?


मुंबई की धारावी झुग्गी बस्ती में शनिवार सुबह उस समय तनाव पैदा हो गया, जब हजारों लोग एक मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को गिराने की बीएमसी की योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए. कुछ निवासियों ने नगर निकाय के अधिकारियों को उस गली में प्रवेश करने से रोक दिया, जहां मस्जिद स्थित है और जल्द ही हजारों लोग धारावी थाने के बाहर एकत्र होकर सड़क पर बैठ गए.


स्थिति तनावपूर्ण होने पर मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बीएमसी के अधिकारियों से बातचीत की, उन्होंने अतिक्रमण वाले हिस्से को हटाने के लिए चार से पांच दिन का समय मांगा, जिस पर अधिकारियों ने सहमति जताई.


60 साल से ज्यादा पुरानी है मस्जिद


गौरतलब है कि मुंबई के धारावी में स्थित महबूब-ए-सुभानिया मस्जिद 60 साल से ज्यादा पुरानी है. इस मस्जिद को दो साल पहले नोटिस भेजी गई थी. उस समय मामले में किसी भी तरह का हल नहीं निकला था. यह मस्जिद जब बनाई गई थी, तब यह ग्राउंड प्लस 2 मंजिल की थी. इस मस्जिद में बारिश का पानी जाता था और इसी वजह से मस्जिद का रिपेरिंग का काम किया गया.


जनसंख्या बढ़ने की वजह से मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए एक मंजिल बढ़ा दिया गया था. तीन साल पहले से काम चल रहा था और अब जाकर मस्जिद पूरी तरह से तैयार हुई थी. वहीं धारावी मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने के लिए बीएमसी की टीम के पहुंचने पर बवाल हो गया था. हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी.