Dhirendra Krishna Shastri News: रविवार को महाराष्ट्र के ठाणे में तीन दिन की कथा वाचन करने पहुंचे बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री सोमवार को मीडिया से मुखातिब हुए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे राजनीति से जुड़े सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि वह राजनीति से जुड़े सवालों के जवाब नहीं देंगे. बजरंग दल विवाद पर उन्होंन कहा कि हनुमान जी का कोई विरोध कर रहा है तो ये हमारा और आपका दुर्भाग्य है.
'द केरल स्टोरी' पर कही ये बात'
'द केरल स्टोरी' फिल्म में दिखाए गए धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लव जिहाद को लेकर मैं बस यही कहूंगा कि हमारी बहनों और बेटियों को दूसरे धर्म के लोगों पर तिल के जितना भी विश्वास नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप 80 फीसदी हैं और 80 फीसदी होने के बावजूद भी यदि वो आपकी बहन बेटियों को लेकर जा रहे हैं तो क्या आप खाक 80 प्रतिशत हो.
'फिर राम के नाम पर चुनाव लड़ना बंद हो जाएगा'
धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की वकालत करते हुए कहा कि भारत के हिंदू राष्ट्र घोषित होने के बाद भगवान राम के ऊपर कोई पत्थर नहीं फेंका जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी जितने भी चुनाव होते हैं वे सब भगवान राम के नाम पर लड़े जाते हैं, अगर भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाएगा तो भगवान के नाम पर चुनाव लड़ना बंद हो जाएगा. हिंदुओं की बढ़ती आबादी को लेकर उन्होंने कहा कि हम लोग इसलिए भी फैल रहे हैं क्योंकि हमें अपनी संस्कृति का ज्ञान है.
'सभी मंदिरों को गुरुकुल बनाया जाए'
बागेश्वर धाम सरकार ने भारत के पुजारियों से लोगों को धर्म की शिक्षा देने की भी गुजारिश की. उन्होंने कहा, "भारत के पुजारियों से मेरी गुज़ारिश है कि प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को पुजारियों को लोगों को धर्म की शिक्षा देनी चाहिए." उन्होंने ने कहा कि सभी मंदिरों को गुरुकुल बनाया जाना चाहिए. मुंबई को लेकर उन्होंने कहा कि मुंबई मायानगरी नहीं 'माधव नगरी' बननी चाहिए और यह माधव नगरी बनकर रहेगी. उन्होंने साफ किया कि मुंबई का नाम बदलने की बात नहीं हो रही है बल्कि मुंबई को मायानगरी से धर्म की नगरी बनाने की बात हो रही है.
आप किस पार्टी के सपोर्टर हैं?
इसके उन्होंने कहा कि हमारी खुद की पार्टी का नाम बजरंग बली है, हमारी पार्टी का नारा है कि जो राम का नहीं वो किसी का नहीं. उन्होंने कहा कि हम किसी पार्टी के सपोर्टर नहीं हैं और जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम किसी पार्टी के सपोर्टर नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि राजनीतिक विषयों में कोई भी दल हमें खींचने की कोशिश न करे. अपनी बात खत्म करते हुए शास्त्री ने कहा कि हंसा करो हंसाया करो बागेश्वर धाम अपने बाप का घर है आया जाया करो.
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