BMC Guidelines for Diwali 2024 Celebration: दिवाली के पर्व के बीच मुंबई में बढ़ता प्रदूषण भी चिंता की बात हो गई है. यहां पर हवा की गुणवत्ता काफी खराब हो चुकी है. ऐसे में बीएमसी ने दिवाली पर पटाखे जलाने के कुछ नियम तय किए हैं, जिसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है. मुंबई में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सभी से आग्रह भी किया गया है कि BMC की गाइडलाइंस का पालन करें. 


BMC गाइडलाइंस के अनुसार, मुंबईवासी रात 10.00 बजे के बाद पटाखे नहीं फोड़ सकते. इसके अलावा, कम पटाखे जलाने की भी अपील की जा रही है. साथ ही कहा गया है कि पटाखे खुले इलाकों में फोड़े जाने चाहिए, गलियों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं.


पटाखे भी यथासंभव कम से कम फोड़ने चाहिए, जिससे वायु और ध्वनि प्रदूषण को कुछ हद तक कम किया जा सके. पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, अस्थमा ग्रसित लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर रखने के लिए बीएमसी की गाइडलाइंस का ध्यान रखना जरूरी है.


वहीं, प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम प्रशासन इस प्रकार अपील कर रहा है-
1. दिवाली रोशनी का त्योहार है. इसे प्रकाश के साथ मनाने को प्राथमिकता देकर ध्वनि और वायु प्रदूषण से बचें
2. ध्वनि रहित पटाखों के प्रयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए.
3. ऐसे पटाखे फोड़ने चाहिए जिनसे कम से कम वायु प्रदूषण हो.
4. रात 10.00 बजे तक ही पटाखे फोड़ें.
5. वरिष्ठ नागरिकों और हृदय रोगियों के प्रति जिम्मेदारी समझते हुए तेज आवाज वाले पटाखे जलाने से बचें.
6. सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए
7. पटाखे फोड़ते समय सूती कपड़े पहनने चाहिए, ढीले (बड़े) कपड़ों का प्रयोग न करें.
8. पटाखे खुली जगह पर ही जलाने चाहिए.
9. भीड़-भाड़ वाली जगहों, गलियों में पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए.
10. पटाखे फोड़ते समय बच्चों के साथ बड़े लोगों होना जरूरी है.
11. पटाखे फोड़ते समय सुरक्षा की दृष्टि से बाल्टी में पानी, रेत आदि भरकर रखें.
12. पटाखे जलाते समय सूखे पत्ते, कागज या अन्य कोई सामग्री नहीं जलानी चाहिए.


यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में शिवसेना MLA श्रीनिवास वनगा लापता, टिकट कटने के बाद कहा था- 'ऐसा लग रहा सुसाइड कर लूं'