Mumbai News: मुंबई, समुद्र के किनारे बसे इस शहर के बारे में कहा जाता है कि ये न रात को सोता है न दिन में. यहां हर तरफ सिर्फ पैसों की बात होती है. मुंबई को धन की देवी लक्ष्मी का मायका कहा जाता है. पुराणों में लक्ष्मी को समुद्र की संतान माना गया है और इस लिए समुद्र के किनारे जितने भी शहर बसे हुए हैं वहां अपार धन पाया जाता है. पैसों की अधाह उपलब्धता की वजह से ही इस शहर को लोग मायानगरी के नाम से भी पुकारते हैं. मुंबई को आर्थिक राजधानी क्यों कहा जाता है इस तथ्य पर बात करने से पहले आपको बताते हैं कि मुंबई का नाम मुंबई कैसे पड़ा. दरअसल मुंबई दो शब्दों से मिलकर बना है एक मुंबा या महा-अंबा जो हिंदू देवी दुर्गा का रूप है, जिनका नाम मुंबा देवी है और दूसरा आई. मराठी में मां को आई कहते हैं. अब चूंकि यह लक्ष्मी मां का मायका माना जाता है इसलिए इसका नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया. अब आपको बताते हैं कि इसे देश की आर्थिक राजधानी क्यों कहा जाता है.
1. मुंबई की भौगोलिक स्थिति: दरअसल इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि समुद्र के जरिए ज्यादातर व्यापार मुंबई के रास्ते ही होता है. अग्रेजों ने समुद्र के रास्ते व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए इसी शहर का सबसे पहले औद्योगिक विकास किया था. यह अरब सागर के किनारे स्थित है जिस कारण यह विदेशी निवेशकों को काफी लुभाता है.
2. शेयर बाजार: भारत का सबसे पुरान स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज यहीं स्थित है. यह भारत का पहला स्टाक एक्सचेंज है जिसे प्रतिभूति प्रतिबंध अधिनियम (1956) के अंतर्गत सरकार द्वारा स्थाई स्वरूप प्रदान किया गया. इस एक्सचेंज की भारत के आर्थिक विकास में अहम भूमिका है.
3. देश के शीर्ष उद्योगों व संस्थानों की उपस्थिति: यही वो शहर है जहां देश के कई वित्तीय संस्थानों जैसे आरबीआई, एसबीआई, बीएसई, टाटा ग्रुप, गोदरेज, रिलायंस आदि के कार्यालय उपस्थित हैं. इतना ही नहीं यहां फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियां भी स्थित हैं, जिन्हें दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियां कहा जाता है.
4. सपनों का शहर: कहते हैं इस शहर में कभी कोई भूखा नहीं सोता, यहां हर किसी के लिए रोजगार है. यही वजह है कि भारत के लगभग हर शहर से लोग रोजगार की तलाश में यहां आते हैं. आंकड़ों की मानें तो प्रतिदिन करीब 5 लाख लोग मुंबई आते हैं.
5. सिने नगरी: भारत की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री, जिसे बॉलीवुड कहा जाता है यहीं स्थित है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बॉलीवुड हर साल दुनिया की किसी भी इंडस्ट्री से ज्यादा फिल्में बनाता है. बॉलीवुड उद्योग की सालाना कुल आमदनी लगभग 3 अरब डॉलर है.
6. भारत की आर्थिक गतिविधियों का केंद्र: भारत के उद्योगों का 25% हिस्सा तथा जीडीपी का 5% हिस्सा मुंबई से ही आता है. समुद्र के जरिये यहां करीब 40 फीसदी व्यापार होता है. यही नहीं देश का 70% पूंजीगत लेनदेन यहीं से होता है. मुंबई पूरे देश में सबसे अधिक 30% टैक्स देने वाला शहर भी है.
7. रोजगार का केंद्र: भारत की अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक राजस्व मुंबई से ही प्राप्त होता है. हर साल लाखों लोग यहां अपनी किस्मत आजमाने के लिए आते हैं.
8. पूंजीपतियों का शहर: मुंबई की प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक 1.67 लाख है. देश के सबसे ज्यादा अमीर लोग जिनमें 41 हजार 200 करोड़पति हैं, यहीं रहते हैं. मुकेश अंबानी, रतन टाटा, अजीम प्रेमजी यहीं के निवासी हैं. यही कारण है कि मुंबई को भारत की आर्थिक नगरी कहा जाता है.
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