Shiv Sena Dussehra Rally Highlights: उद्धव के आरोपों का शिंदे ने दिया जवाब, बोले- 'असली शिवसैनिक कौन सबको मिल गया जवाब'
Dussehra Melawa Shivaji Park Highlights: शिवाजी पार्क में दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे पर जमकर निशाना साधा. वहीं शिंदे ने भी पलटवार करते हुए खुद को बालासाहेब ठाकरे का वारिस बताया.
उद्धव ठाकरे के आरोपों का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा कि यह आपकी (उद्धव ठाकरे) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है. शिवसेना उन शिवसैनिकों की है जिन्होंने इसके लिए अपना पसीना बहाया है. आप जैसे लोगों के लिए नहीं जिन्होंने पार्टनरशिप की और उसे बेच दिया.
महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने दशहरा के मौके पर मुंबई के शिवाजी पार्क में रावण का पुतला जलाया.
महाराष्ट्र के बीकेसी ग्राउंड में दशहरा रैली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे के आरोपों पर पलटवार किया. साथ ही उन्होंने कहा कि बाला साहेब के विचारों को आपने समर्थन किया. हमें पूरे राज्य में लोगों का भारी जनसमर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यहां जुटने वाली भीड़ इस बात का परिचय है.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि सबको जवाब मिल गया असली शिवसेना कौन है. उन्होंने कहा कि मैं एक साधारण शिवसैनिक हूं. बालासाहेब के विचारों को आपने समर्थन दिया है. उन्होंने कोर्ट से से शिवाजी पार्क तो मिल गया लेकिन बालासाहेब के विचार हमारे साथ हैं.
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लेते हुए कहा कि शिवसेना को, ये लोग जमीन दिखाने की बात कर रहे हैं, हमारी जमीन चीन ने ली है, वो हमें लेकर दिखाइये. चीन लेह और लद्दाख में घुस रहा है, वहां से हमारी जमीन लेकर दिखाएंगे.
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं आज भी हिंदू हूं, और मैं कल भी हिंदू ही रहूंगा. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान में जाकर जिन्ना की कब्र पर जाकर घुटने टेकने वाले हमें हिंदुत्व सिखाओगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि शिवसेना को ये लोग जमीन दिखाने की बात कर रहे हैं, लेकिन हम तो जमीन पर हैं.
मुंबई के BKC मैदान में दशहरा रैली के दौरान बालासाहेब ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे अपना समर्थन दिखाने आए और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ मंच साझा किया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के नेता MMRDA मैदान में शिवसेना दशहरा रैली में शामिल हुए. शिंदे ने बालासाहेब ठाकरे की कुर्सी पर श्रद्धांजलि दी. 51 फीट की तलवार की 'शस्त्र पूजा' के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक महंत को बुलाया गया.
अकोला से शिवसेना विधायक ( उद्धव गुट ) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या दौरे के वक्त बग़ावत करने का प्लान था.
शिवाजी पार्क पर जो रैली हो रही है वहाँ ग्राउंड पर होर्डिंग रखा गया है - जिसपर लिखा है की मैं मेरी शिवसेना को बीजेपी का ग़ुलाम नहीं बनाने दूंगा.
बाला साहेब ठाकरे के रक्षक और बेहद करीबी रहे चंपा सिंह थापा भी BKC कार्यक्रम में आए है
ठाकरे गुट ने रैली में भाग लेने वालों को शिवाजी पार्क लाने के लिए 700 बसें ‘बुक’ की हैं. मुंबई यातायात पुलिस ने दशहरा रैलियों के लिए शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला परिसर में पार्किंग के लिए आवश्यक व्यवस्था भी की है.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दशहरा रैली के लिए मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से शिंदे नीत धड़े ने एक ट्रेन ‘बुक’ की है, जो बुधवार दोपहर मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी. शिंदे गुट ने कम से कम तीन हजार निजी बसें, करीब चार हजार पर्यटक ‘कैब’ का इंतजाम भी किया है.
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रैलियों और बुधवार को देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन समारोह के मद्देनजर 3,200 अधिकारी, 15,200 पुलिसकर्मी, राज्य रिजर्व पुलिस बल के 1,500 कर्मी, होमगार्ड के 1,000 जवान, 20 त्वरित कार्रवाई दल तथा 15 बम रोधी दस्ते तैनात किए गए हैं.
शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी पाबंदियों के कारण दो साल बाद आयोजित की जा रही है. दोनों खेमों का दावा है कि उनकी रैली सफल होगी. उनके नेताओं ने मंगलवार को तैयारियों का जायजा भी लिया. रैलियों के मद्देनजर कई सड़क मार्ग बंद किए गए हैं या वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग में परिवर्तन किया गया है.
राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे दोनों खेमों के शक्ति प्रदर्शन करने के तौर पर देखा जा रहा है. ठाकरे और एकनाथ शिंदे के क्रमश: शिवाजी पार्क और एमएमआरडीए मैदान में अलग-अलग रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है. दोनों खेमों ने दावा किया कि वे दिवंगत बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं. बाल ठाकरे शिवाजी पार्क में दशहरा रैलियों में उग्र भाषण देने के लिए पहचाने जाते थे. 2012 में उनके निधन के बाद से उनके बेटे उद्धव ठाकरे इस वार्षिक रैली को संबोधित करते आए हैं.
मुंबई में आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में ये दो रैलियां आयोजित की जा रही हैं, जिसके चलते शहर की पुलिस ने शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. सूत्रों ने बताया कि पांच हजार से अधिक बसें, कई छोटे पर्यटक वाहन, कार और एक विशेष ट्रेन दोनों प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों के समर्थकों को उनकी दशहरा रैलियों में ले जाने के लिए लगाई गई हैं.
शिवसेना की स्थापना के 56 साल बाद पहली बार मुंबई में बुधवार को पार्टी के दो प्रतिद्वंद्वी धड़ों के नेतृत्व में दो दशहरा रैलियां आयोजित की जा रही हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कुछ विधायकों के जून में बगावत करने के बाद राज्य में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी, तभी से दल दो धड़ों में बंटा हुआ है.
शिवाजी पार्क में पोस्टर में लगाया गया है जिसमें लिखा मैं शिवसेना को बीजेपी और किसी का गुलाम नहीं होने दूंगा
उद्धव ठाकरे के भतीजे निहार ठाकरे बीकेसी एकनाथ शिंदे की रैली में पहुंचे
कब बना -1925
कहां है- मुंबई के दादर में
पहला नाम -माहिम पार्क
कितना बड़ा -28 एकड़
शिवसेना की रैली - 1966 से
- शिवाजी पार्क सेंट्रल मुंबई के दादर इलाके में स्थित है
- 1925 में BMC ने शिवाजी पार्क को जनता के लिए खोला
- शुरुआत में शिवाजी पार्क का नाम माहिम पार्क था
- 28 एकड़ इलाके में फैला है शिवाजी पार्क
- NCP की स्थापना भी शिवाजी पार्क में ही हुई थी
- राज ठाकरे ने MNS की पहली रैली इसी मैदान में की
- शिवाजी पार्क के आस-पास बड़ी हस्तियों के घर
- शिवाजी पार्क ने देश को कई बड़े क्रिकेटर दिए
- शिवसेना की पहली बड़ी रैली शिवाजी पार्क में हुई
- 30 अक्टूबर 1966 को पहली दशहरा रैली
- 1966 से लगभग हर साल दशहरे के दिन रैली
- रैली के दौरान शिवसेना की तरफ से बड़े एलान
- 2010 में यहीं से आदित्य ठाकरे की राजनीति में एंट्री
- बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क में ही हुआ
- शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे का स्मारक बनाया जा रहा है
- बाल ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे का स्मारक भी यहीं पर
- उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में ही CM की शपथ ली
शिव सेना एमपी कृपाल तुमाने का दावा - उद्धव ठाकरे के 2 सांसद और 5 विधायक शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं
सीएम एकनाथ शिंदे ने एक ट्वीट में कहा- " मेरे बेटे, बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वो मेरे बेटे होंगे "- हरिवंशराय बच्चन. #विचारांचेवारसदार
शिंदे गुट की दशहरा रैली के लिए मुंबई गए एक शिवसैनिक की मौत. मृतक कार्यकर्ता का नाम श्रीकृष्ण मंजारे है. स्वर्गीय श्रीकृष्ण मंत्री संजय राठौड़ के समर्थक था. मृतक यवतमाल जिले के डिग्रास तालुक के हरसुल का रहने वाला था. भिवंडी के पास शिवशांति लॉन में नाश्ते के लिए उतरते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा. पास के ही अस्पताल में ले जाने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शिवसेना की पहली बड़ी सभा 30 अक्टूबर, 1966 को दशहरा के दिन शिवाजी पार्क में आयोजित की गई थी. तब से हर साल शिवाजी पार्क में शिवसेना की दशहरा रैली होती है.
अयोध्या के लक्ष्मण किले के महाराज मैथिलीशरण महाराज मुंबई पहुंचे. वह शिंदे गुट द्वारा आयोजित रैली में शिरकत करेंगे . वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चांदी से बना धनुष बाण और गदा भेंट करेंगे मैथिली चरण रमन जी महाराज के साथ 111 पुरोहित भी मुंबई पहुंचे हैं जो शंकर नाथ कर हिंदुत्व का बिगुल बजाएंगे.
बैकग्राउंड
Dussehra Melawa Shivaji Park Highlights: महाराष्ट्र में शिवसेना के इतिहास में संभवतः ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब पार्टी के दो गुट खुद को असली बताने का दावा करते हुए दशहरा के दिन रैली करेंगे. इससे पहले शिवसेना की रैली को प्रमुख रूप से स्व. बाला साहेब ठाकरे और उनके बाद उद्धव ठाकरे ही संबोधित करते थे. हालांकि इस साल जुलाई अगस्त में शिवसेना नेता रहे एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद पार्टी में दो गुट हो गए हैं. दोनों खुद को असली बताने का दावा करते हैं और उनके चुनाव चिन्ह का मामला निर्वाचन आयोग में अटका हुआ है.
इस बार की रैली होने से पहले ही इसकी काफी चर्चा रही. दरअसल, शिवसेना, परंपरागत रूप से शिवाजी पार्क में ही रैली करती थी, हालांकि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद जब एकनाथ शिंदे के गुट की अगुवाई वाली सरकार आई तो उसके बाद उद्धव गुट को पार्क में रैली करने की इजाजत नहीं मिली. दोनों ही गुटों ने पार्क में रैली करने का दावा ठोका, लेकिन बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने दोनों की अर्जी खारिज कर दी.
इसके बाद उद्धव ठाकरे गुट हाईकोर्ट चला गया जहां से उन्हें शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति मिली. वहीं एकनाथ शिंदे का गुट बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में रैली करेगा. माना जा रहा है कि दोनों गुट इस रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे.
एक ओर जहां महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके लिए रैली की जगह नहीं बल्कि स्व. बालासाहेब ठाकरे के विचार महत्वपूर्ण हैं तो वहीं शिवसेना ने शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति मिलने के बाद कहा कि एक नेता, एक झंडा.
वहीं अयोध्या के लक्ष्मण किले के महाराज मैथिलीशरण महाराज मुंबई पहुंचे. वह शिंदे गुट द्वारा आयोजित रैली में शिरकत करेंगे . वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चांदी से बना धनुष बाण और गदा भेंट करेंगे मैथिली चरण रमन जी महाराज के साथ 111 पुरोहित भी मुंबई पहुंचे हैं जो शंकर नाथ कर हिंदुत्व का बिगुल बजाएंगे.
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