(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Vijayadashmi Program Chief Guest: RSS के विजयादशमी कार्यक्रम में पहली बार कोई महिला बनीं मुख्य अतिथि, जानें- कौन हैं संतोष यादव
पूर्व पर्वतारोही संतोष यादव ने कहा- लोग मुझसे मेरे व्यवहार की वजह से पूछते थे कि क्या मैं संघी हूं? उस वक्त मैं संघ को जानती तक नहीं थी. यह मेरा प्रारब्ध है कि मैं आज आप के समक्ष यहां हूं.
RSS Vijayadashmir News: महाराष्ट्र स्थित नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी कार्यक्रम में इस बार पूर्व पर्वतारोही संतोष यादव, मुख्य अतिथि थीं. इस दौरान एक संक्षिप्त संबोधन में संतोष यादव ने कहा कि हमारा सनातन धर्म और संस्कृति हमें पंचतत्वों में संतुलन सिखाती है. हमें स्वस्थ रहने की जरूरत है ताकि हम सभी के लिए भलाई का काम कर सकें.
संतोष यादव ने कहा- लोग मुझसे मेरे व्यवहार की वजह से पूछते थे कि क्या मैं संघी हूं? उस वक्त मैं संघ को जानती तक नहीं था. यह मेरा प्रारब्ध है कि मैं आज आप के समक्ष यहां हूं. उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक वसुधैव कुटुंबुकम की भावना से सभी के लिए काम कर रहे हैं.
पद्मश्री सन्तोष यादव ने कहा- 'पूरे भारत ही नहीं, पूरे विश्व के मानव समाज को मैं अनुरोध करना चाहती हूँ कि वो आये और संघ के कार्यकलापों को देखे. यह शोभनीय है, एवं प्रेरित करने वाला है.'
आइए हम आपको बताते हैं कि संतोष यादव कौन हैं जिन्होंने संघ के विजयादशमी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया-
संतोष यादव, एक पर्वतारोही रही हैं. साल 1992 में अपने एवरेस्ट मिशन के दौरान, उन्होंने अपने साथी पर्वतारोही मोहन सिंह के साथ ऑक्सीजन शेयर करके उनकी जान बचाई. उन्हें साल 2000 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
माउंट एवरेस्ट पर 2 बार जाने वाली महिला हैं संतोष यादव
संतोष यादव दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली महिला हैं. पहली बार मई 1992 में, और फिर मई 1993 में वह भारत और नेपाल की साझा टीम के साथ गईं थीं. वह कांगशुंग फेस से माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करने वाली पहली महिला भी हैं. इसे अन्य पहाड़ों की तुलना में बहुत अधिक कठिन माना जाता है. उन्हें 1994 में राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार और 2000 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
हरियाणा स्थित रेवाणी में साल 1968 में जन्मीं संतोष यादव, फिलहाल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस में बतौर अधिकारी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. उन्होंने उत्तराखंड स्थित उत्तरकाशी नेहरू माउंटीनियरिंग कॉलेज से भी ट्रेनिंग ली थी.