Mumbai News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुम्बई में एक पुनर्विकास परियोजना में 1034 करोड़ रुपये की अनियमितता से जुड़े धनशोधन मामले में व्यापारी प्रवीण राउत के विरूद्ध शुक्रवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. ‘गुरू आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ के पूर्व निदेशक राउत को फरवरी में धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.


प्रवीण राउत के वकील अजय भिसे ने इस बात की पुष्टि की कि आरोपपत्र दाखिल किया गया है और आठ अप्रैल को अदालत उसका संज्ञान ले सकती है. हालांकि उन्होंने आरोप पत्र का कोई ब्योरा नहीं दिया. पहले सुनवाई के दौरान ईडी ने अदालत से कहा था ऐसा जान पड़ता है कि राउत की प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ मिलीभगत थी.


एजेंसी ने कहा था कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि उसने ‘राजनीतिक रूप से बेनकाब हुए कुछ लोगों’ को भुगतान किया. प्रवीण राउत के विरूद्ध इस मामले का संबंध उससे जुड़ी एक कंपनी द्वारा एक भूखंड के एफएसआई (तल क्षेत्रफल अनुपात) की बिक्री में कथित अनियमितता से है. यह कंपनी ‘हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड’ (एचडीआईएल) की सहायक कंपनी है. एचडीआईएल पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारिता बैंक में 4300 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में ईडी एवं अन्य एजेंसियों की जांच से गुजर रही है.


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