Sanjay Raut Bail Plea: शिनसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) की पात्रा चॉल घोटाले में गिरफ्तारी हुई थी, आज शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संजय राउत की याचिका का विरोध करते हुए विशेष अदालत में अपना जवाब दाखिल किया. ईडी ने संजय राउत को आवास पुनर्विकास परियोजना में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में गिरफ्तार किया था. शिवसेना नेता ने इस महीने की शुरुआत में विशेष अदालत में पीएमएलए (PMLA) से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए एक आवेदन दाखिल किया था. इस आवेदन में संजय राउत ने कहा था कि उनके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के तहत मामला दर्ज हुआ है. संजय राउत ने जमानत याचिका में बताया कि उन्हें सत्ता पक्ष का विरोध करने पर प्रताड़ित किया गया है.


ईडी ने शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे के सामने अपना लिखित जवाब दाखिल किया जिसमें उसने शिवसेना नेता संजय राउत की जमानत का विरोध किया. पात्रा चॉल 47 एकड़ भूमि में फैल हुआ है जिसमें लगभग 672 घर थे. साल 2008 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHDA) ने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की एक सहयोगी कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (GACPL) को चॉल के पुनर्विकास की परियोजना को सौंप दिया था. हालांकि अभी तक 14 साल बीत गए लेकिन पात्रा चॉल के किराएदार को उनके फ्लैट नहीं मिले हैं.


संजय राउत ने अपने आरोपों से किया इनकार


बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. पात्रा चॉल के रिडेवलपमेंट का कार्य गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था जिसमें 1034 करोड़ के घोटाले का आरोप है. पात्रा चॉल में 3 हजार फ्लैट बनाए जाने थे जिनमें से 672 फ्लैट चॉल के निवासियों को मिलने थे लेकिन अभी तक उन्हें मिले नहीं है. वहीं इन आरोपों पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने इनकार किया है.


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