(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra News: सीएम शिंदे का एलान, 846 स्कूल किये जाएंगे विकसित, जानें क्या-क्या मिलेंगी नई सुविधाएं?
Mumbai Schools: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि इन स्कूलों के माध्यम से छात्रों को अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान की जाएगी. इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति को यहां लागू किया जाएगा.
Mumbai News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath shinde) ने मंगलवार को कहा कि एक महत्वपूर्ण फैसले के तहत महाराष्ट्र (Maharashtra) के 846 स्कूलों को पिछले साल सितंबर में शुरू की गई प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना के तहत व्यापक रूप से विकसित किया जाएगा. राज्य ने केंद्र सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को यहां लागू किया जाएगा.
केंद्र सरकार से मिलेंगे 956 करोड़ रुपये
पहले चरण में भारत में 15,000 से अधिक और महाराष्ट्र में 846 स्कूलों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने वाले अग्रणी संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा. केंद्र सरकार पीएम श्री के तहत 1.88 करोड़ रुपये प्रदान करेगी और राज्य के साथ 60:40 की साझेदारी में प्रत्येक स्कूल के लिए 75 लाख रुपये पांच साल के लिए आवंटित करेगी. 846 स्कूलों के लिए केंद्र लगभग 956 करोड़ रुपये प्रदान करेगा, जबकि योजना को लागू करने के लिए राज्य अपने हिस्से का 634.50 लाख रुपये देगा.
छात्रों को शामिल किया जाएगा मुख्य धारा में
पीएम श्री के दूसरे चरण में विकास के लिए 408 समूहों, 28 नगर निगमों और 383 अन्य निकायों के स्कूलों का चयन किया जाएगा. शिंदे ने कहा कि इन स्कूलों के माध्यम से छात्रों को अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान की जाएगी. उनकी वैचारिक समझ और वास्तविक जीवन स्थितियों में ज्ञान के अनुप्रयोग के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा. यहां तक कि पूर्व छात्रों को भी इन स्कूलों के साथ शामिल किया जाएगा, ताकि छात्रों को कॅरियर मार्गदर्शन और शैक्षिक सहायता प्रदान की जा सके. किसी भी कारण से ड्रॉपआउट होने की स्थिति में ऐसे छात्रों को फिर से प्रवेश देकर मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा.
छह स्तंभों में विकसित किये जाएंगे स्कूल
पीएम श्री से स्कूलों को मुख्य रूप से 6 प्रमुख स्तंभों पर विकसित किया जाएगा, जैसे पाठ्यचर्या, शिक्षाशास्त्र और मूल्यांकन, पहुंच और बुनियादी ढांचा, मानव संसाधन और स्कूल नेतृत्व, समावेशी प्रथाएं और लाभार्थी संतुष्टि, प्रबंधन, पर्यवेक्षण और प्रशासन और लाभार्थी संतुष्टि. कार्यान्वयन राज्य स्तर पर स्कूल शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली एक समिति के माध्यम से और जिला और नागरिक स्तरों पर सीईओ, नगर आयुक्त आदि जैसे अन्य अधिकारियों द्वारा किया जाएगा.
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