Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने सोमवार (2 सितंबर) को बीजेपी में औपचारिक तौर से शामिल होने के लिए इंतजार कराए जाने पर निराशा जताई. उत्तर महाराष्ट्र के इस दिग्गज नेता ने कहा कि कुछ महीने पहले बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उनका पार्टी में स्वागत किया था लेकिन अभी तक इस बारे में औपचारिक ऐलान नहीं किया गया.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जलगांव में मीडिया से बातचीत में खडसे ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना कहा, ''लेकिन कुछ लोगों के विरोध के कारण औपचारिक सार्वजनिक घोषणा नहीं हो सकी. मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में बीजेपी में बने रहना ठीक नहीं है.''


उन्होंने कहा, ''मैं कुछ और दिन इंतजार करूंगा और फिर निर्णय लूंगा. मैं अभी भी शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) का सदस्य हूं और उसका विधायक भी हूं. मैंने उस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था लेकिन शरद पवार ने मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया और मुझे विधायक के रूप में काम करते रहने को कहा.''


बता दें कि एकनाथ खडसे ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और उत्तर महाराष्ट्र के उनके करीबी गिरीश महाजन के साथ मतभेदों के कारण अक्टूबर 2020 में बीजेपी छोड़ दी थी और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) में शामिल हो गए थे. 2020 में पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के बाद, खडसे ने फडणवीस पर “उनके जीवन और राजनीतिक करियर को नष्ट करने की कोशिश” करने का आरोप लगाया था.


खडसे ओबीसी लेवा-पाटिल समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. वह जलगांव जिले के मुक्ताईनगर से आते हैं और उत्तरी महाराष्ट्र-खानदेश क्षेत्र में उनका प्रभाव है. खडसे ने 1990, 1995, 1999, 2004, 2009 और 2014 में छह बार मुक्ताईनगर विधानसभा सीट जीती थी.


उनकी बहू रक्षा खडसे ने रावेर से 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव जीते और अब वह केंद्रीय राज्य मंत्री हैं. वहीं, उनकी बेटी रोहिणी खडसे शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) की राज्य महिला विंग की प्रमुख हैं.


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