Eknath Khadse to Join BJP: महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार गुट वाली एनसीपी के नेता एकनाथ खडसे पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता एकनाथ खडसे का दावा है कि वह एक पखवाड़े में बीजेपी में लौट आएंगे. इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अगर कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताकर बीजेपी में शामिल हो रहा है तो ये अच्छी बात है.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''अगर कोई पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताकर बीजेपी में शामिल हो रहा है, तो हम उनका स्वागत करते हैं. यह अभी तक आधिकारिक नहीं है, लेकिन अगर वह ( एकनाथ खडसे) बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, तो हम उनका भी स्वागत करेंगे.''
एकनाथ खडसे बीजेपी से ही NCP में हुए थे शामिल
एकनाथ खडसे के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, एनसीपी (एसपी) के एक प्रवक्ता ने कहा, “इससे हमारी पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. यह कोई बड़ा नुकसान नहीं है.'' साल 2020 में, वह यह आरोप लगाने के बाद अविभाजित एनसीपी में शामिल हो गए थे कि देवेंद्र फडणवीस उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
एकनाथ खडसे ने क्या कहा था?
इससे पहले एकनाथ खडसे ने रविवार (7 अप्रैल) को पत्रकारों से बात करते हुए संकट में उनकी मदद करने के लिए एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार के प्रति आभार व्यक्त किया था. उन्होंने कहा, ''मैंने बीजेपी में वापस जाने का फैसला किया है क्योंकि यह मेरा घर है. मैंने चार दशकों तक पार्टी की सेवा की है. मैं शरद पवार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने संकट के दौरान मेरी मदद की. मैंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है. मैं अगले 15 दिनों में नई दिल्ली में पार्टी में शामिल हो जाऊंगा.''
शरद पवार गुट के साथ रहे एकनाथ खडसे
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े नेताओं में शुमार एकनाथ खडसे को लगभग पांच साल तक पार्टी से दरकिनार कर दिया गया था, जिसके बाद शरद पवार ने उन्हें अविभाजित NCP में शामिल कर लिया था. पिछले साल, जब डिप्टी सीएम अजित पवार और आठ अन्य विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी विभाजित हो गई थी, तब एकनाथ खडसे ने शरद पवार के साथ जाना चुना था.
गिरीश महाजन ने कसा तंज
बीजेपी नेता गिरीश महाजन ने रविवार (7 अप्रैल) को एकनाथ खडसे को एक बुझा हुआ दीपक करार दिया था. उन्होंने कहा, “वह एक बुझे हुए दीपक की तरह है. एक ग्राम पंचायत भी उनके हाथ में नहीं है. वह एक बैंक को नियंत्रित करते थे, लेकिन निदेशक मंडल भी बदल गया है, और नए बोर्ड सदस्य उनकी बात नहीं सुनते हैं. उनकी पत्नी और बेटी पहले भी चुनाव हार चुकी हैं.''
एकनाथ खडसे, जो साल 2009 और 2014 के बीच महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, 2014 के राज्य विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने खेल बिगाड़ दिया. खडसे की बहू रक्षा खडसे रावेर से बीजेपी सांसद हैं और आगामी चुनाव में लोकसभा में तीसरी बार पहुंचने की कोशिश कर रही हैं. वहीं, उनकी बेटी रोहिणी खडसे एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के साथ हैं.
ये भी पढ़ें:
'संजय राउत खिचड़ी घोटाले के मास्टरमाइंड', संजय निरुपम का उद्धव गुट पर बड़ा हमला