Lok Sabha Election: शरद पवार को लगेगा झटका! बीजेपी में आज वापसी करेंगे एकनाथ खडसे
Maharashtra Lok Sabha Elections: महाराष्ट्र में एकनाथ खडसे ने अपनी राजनीति की शुरुआत बीजेपी से ही की थी लेकिन देवेंद्र फडणवीस के साथ कुछ मतभेदों के चलते वो एनसीपी में शामिल हो गए थे.
Eknath Khadse News: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार को एक और बड़ा झटका लगेगा. एकनाथ खडसे अपनी पुरानी पार्टी में वापसी करने जा रहे हैं. एबीपी माझा के मुताबिक एकनाथ खडसे ने खुद कहा है कि वो बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक एनसीपी शरद पवार गुट के नेता एकनाथ खडसे रविवार (7 अप्रैल) यानी आज ही बीजेपी में शामिल हो जाएंगे.
एकनाथ खडसे ने अपनी राजनीति की शुरुआत बीजेपी से की थी लेकिन देवेंद्र फडणवीस के साथ कुछ मतभेदों के चलते वो शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए थे.
एकनाथ खडसे की घर वापसी!
अगर एकनाथ खडसे की घर वापसी होती है तो इससे बीजेपी को उत्तर महाराष्ट्र की सीटों पर उम्मीदवार चुनने में मदद मिलेगी. एबीपी माझा को विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पिछले कुछ दिनों से एकनाथ खडसे राज्य के नेता और केंद्रीय नेतृत्व से बीजेपी में शामिल होने का अनुरोध कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि जलगांव जिले के कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद एकनाथ खडसे ने एनसीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया.
रोहिणी खडसे पर शरद पवार क्या लेंगे फैसला?
पुणे में हुई एनसीपी संसदीय बोर्ड की बैठक में एकनाथ खडसे और उनकी बेटी रोहिणी खडसे दोनों मौजूद थे. हालांकि, शरद पवार गुट की घोषणापत्र समिति में इन दोनों का नाम शामिल नहीं किया गया. अब इस बात पर बहस हो रही है कि ये महज संयोग था या पहले से तय था. अब देखना होगा कि अगर एकनाथ खडसे बीजेपी का दाम थाम लेते हैं तो शरद पवार रोहिणी खडसे के पद को लेकर क्या फैसला लेते हैं.
जलगांव में बीजेपी को फायदा होगा?
महाराष्ट्र की राजनीति में एकनाथ खडसे को लेकर चर्चा जारी है. एकनाथ खडसे जैसे ही एक बार फिर से अपनी पुरानी पार्टी बीजेपी में शामिल होंगे, उत्तर महाराष्ट्र में राजनीतिक गणित बदल जाएगा. ऐसा कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र में बीजेपी एक बार फिर मजबूत स्थिति में होगी.
एकनाथ खडसे ने क्यों लिया घर वापसी का फैसला?
महाराष्ट्र के राजनीति गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी शुरू से ही एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे की उम्मीदवारी का विरोध कर रही थी. इसीलिए एकनाथ खडसे ने ऐलान किया था कि वह एनसीपी से लड़ेंगे. नतीजा ये हुआ कि एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया. लेकिन रक्षा खडसे की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद, एकनाथ खडसे ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए लोकसभा क्षेत्र से नाम वापस ले लिया. इसलिए इस बात पर चर्चा हो रही है कि क्या रक्षा खडसे की उम्मीदवारी के लिए यह कोई राजनीतिक चाल थी?
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