अमित शाह से मुलाकात में एकनाथ शिंदे ने क्या मांगकर सबको चौंकाया? जानें पूरी बात
Maharashtra New CM: महाराष्ट्र की राजनीति ने 23 नवंबर के बाद अलग ही रुख अख्तियार कर लिया है. मान-मनोव्वल का दौर इतना लंबा खींच गया कि शपथ ग्रहण की तारीख दिसंबर में तय करनी पड़ी.
Maharashtra New CM News: महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को सरकार के गठन से पहले सीएम के नाम को लेकर अलग-अलग तरह के दावे और अटकलें चल रही हैं. इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने अमित शाह से मुलाकात में कहा कि उन्हें कम से कम छह महीने के लिए सीएम बना दिया जाए. टीओआई की रिपोर्ट बताती है कि एकनाथ शिंदे ने पिछले सप्ताह दिल्ली में हुई मुलाकात में मांग उठाई थी कि अगर उन्हें फुल टर्म सीएम नहीं बनाया जा सकता है तो कम से कम सरकार के पहले छह महीने उन्हें सीएम बनाया जाए.
हालांकि बीजेपी नेतृत्व ने शिंदे की मांग को खारिज कर दिया. उसका कहना है कि इससे गलत उदाहरण पेश होगा. बीजेपी के पदाधिकारियों के हवाले से एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ''छह महीने के लिए सीएम बनाने की कोई व्यवस्था नहीं है. यह गलत निर्णय होता और यह प्रशासन पर गलत असर डालता.'' यह मुलाकात 28 नवंबर को हुई थी. इसके एक दिन पहले ही एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वह सरकार गठन में रोड़ा नहीं बनेंगे और बीजेपी नेतृत्व को फाइनल मानेंगे.
इस आधार पर खारिज हुई शिंदे की मांग
बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे मौजूद थे. वरिष्ठ नेता के मुताबिक शिंदे ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान किए वादे की याद दिलाई कि ''अगर गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता है तो वह सीएम बने रहेंगे.'' उनकी इस मांग को इस आधार पर खारिज कर दिया कि उन्हें सीएम पद देना सही नहीं होगा जबकि बीजेपी बहुमत के लगभग करीब है.
बीजेपी के सवाल का जवाब नहीं दे पाए शिंदे
इसकी जगह शिंदे से कहा गया कि वह खुद को बीजेपी अध्यक्ष की जगह खड़ा होकर देखें. उनसे कहा गया, ''क्या आपको स्पष्ट बहुमत मिलेगा तो क्या आप सीएम पद छोड़ेंगे.'' बताया जा रहा है कि यह सुनकर शिंदे कुछ जवाब नहीं दे पाए.