शिव सेना (Shiv Sena) हर साल मुंबई के शिवाजी पार्क (Shivaji Park of Mumbai) में दशहरा रैली (Dussehra Rally) का आयोजन करती है. इस साल एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत की वजह से पार्टी दो गुटों में बंट गई है. सेना के इन दोनों धड़ों ने दशहरा रैली आयोजित करने के लिए मुंबई नगर निगम (BMC) से इजाजत मांगी है. लेकिन निगम ने अभी इन आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि हो सकता है कि दोनों आवेदनों को निरस्त कर दोनों धड़ों से किसी और जगह पर रैली आयोजित करने को कहा जाए.


शिवसेना की दशहरा रैली


दशहरा रैली शिवसेना का हर साल होने वाला एक महत्वपूर्ण आयोजन है.बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के वन मंत्री सुधीर मुंगतीवार ने कहा कि प्रशासन दोनों धड़ों के आवेदनों को निरस्त कर सकता है. प्रशासन दोनों धड़ों से अपने आयोजन किसी और सार्वजनिक जगहों पर करने के लिए कह सकता है.उन्होंने इस संबंध में और विस्तार से जानकारी नहीं दी.


एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. इस गुट ने पार्टी के चुनाव चिन्ह तीर-धनुष पर भी दावा किया है. शिवसेना के ठाकरे और शिंदे गुट ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के  लिए बीएमसी में अलग-अलग आवेदन दिया था.  ठाकरे गुट ने अपना आवेदन 22 अगस्त को जमा कराया था. वहीं शिंदे गुट का आवेदन 30 अगस्त को जमा हुआ था.इस साल दशहरा पांच अक्तूबर को मनाया जाएगा.


बीएमसी की लड़ाई


मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पर शिवसेना पिछले करीब 20 साल से शासन कर रही है. लेकिन कार्यकाल खत्म हो जाने की वजह से सरकार ने प्रशासक नियक्त किया है. बीएमसी के चुनाव के तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है.


सुधीर मुंगतीवार ने यह भी कहा कि शिव सेना का चुनाव चिन्ह शिंदे गुट के पास है.उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ने शिव सेना के चुनाव चिन्ह को फ्रीज करने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की थी. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि किसी पार्टी का चुनाव चिन्ह पार्टी के कार्यकर्ताओं का होता है, किसी व्यक्ति का नहीं.उन्होंने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे के पास पार्टी के 40 विधायकों का समर्थन है, तो उनके पास पार्टी के चुनाव चिन्ह का भी अधिकार है. 


उपमुख्यमंत्री का दावा


वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन आरोपों से इनकार कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि बीएमसी मुंबई के सभी मैदानों को दशहरा रैली के लिए बंद कर रही है. उन्होंने नागपुर में कहा कि सरकार ने किसी भी मैदान को बंद नहीं किया है.


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