Maharashtra: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का एलान, राजपूत समुदाय के लिए अब नहीं होगा 'भमता' शब्द का इस्तेमाल
Maharashtra Politcs: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, राज्य सरकार राजपूत समुदाय से 'भमता' शब्द को हटाने की मांग पर सहमत हो गई है, अब वह केंद्र के साथ आगे बढ़ेगी.

Eknath Shinde: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह सरकार राजपूत समुदाय की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए संकल्पित है, राजपूत समुदाय से 'भमता' शब्द हटाकर केंद्र तक इसका पालन किया जाएगा. छत्रपति संभाजी नगर सिटीसकल राजपूत समाज की ओर से वीर शिरोमणि महाराणा प्रतापसिंह महासम्मेलन का आयोजन किया गया. अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की.
इसमें रावसाहेब दानवे, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पालक मंत्री संदीपन भुमरे, कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार, सहकारिता मंत्री अतुल सावे, नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, विधायक जयकुमार रावल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
क्या बोले एकनाथ शिंदे?
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महाराणा प्रताप सिंह और शिवाजी महाराज साहसी थे. महाराणा प्रताप सिंह ने संगदास को युद्ध का पाठ भी पढ़ाया. आम लोगों ने इसे पसंद किया. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि यह सरकार राजपूत समुदाय की मांगों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है.
यह घोषणा करने के बाद कि राज्य सरकार राजपूत समुदाय से 'भमता' शब्द को हटाने की मांग पर सहमत हो गई है, अब वह केंद्र के साथ आगे बढ़ेगी. मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि राजपूत समुदाय का एक वित्तीय निगम स्थापित किया जाएगा और महाराणा प्रताप की एक भव्य घुड़सवारी प्रतिमा स्थापित की जाएगी.
क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह?
राजनाथ शिंदे बोले, महाराणा प्रताप सिंह में राष्ट्रीय गौरव की भावना थी. ये योद्धा महाराणा प्रताप सिंह के गौरव के प्रतीक हैं. महाराणा प्रताप पांच सौ साल पहले जितने महत्वपूर्ण थे, आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, हजारों साल बाद भी उतने ही महत्वपूर्ण रहेंगे. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उम्मीद जताई कि महाराणा प्रताप के कार्यकाल को मुगल काल के बजाय महाराणा प्रताप काल के नाम से जाना जाए.
जल्द होगी बैठक
इस देश के इतिहास में राजपूत समाज का बहुत बड़ा योगदान है. यह एक ऐसा समाज है जो जीवन खो जाने पर भी राष्ट्र सेवा को महत्वपूर्ण मानता है. ऐसा समाज अब किसी भी योजना से वंचित नहीं रहेगा. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए अगले 15 दिनों में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक की जाएगी.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

