Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में कल (17 जुलाई) से मानसून सत्र शुरू होगा. इस बीच रविवार (16 जुलाई) को एक टी सेरेमनी रखी गई, जिसका विपक्ष ने बहिष्कार किया. सम्मेलन के मद्देनजर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उपमुख्यमंत्री (Devendra Fadnavis) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, हमने अपोजिशन पार्टी को भी आमंत्रित किया था, लेकिन वे नहीं आए. मैं पहली बार ऐसे विपक्षी दलों को देख रहा हूं जिन्हें विषय की जानकारी नहीं है.
हम जनहित के फैसले लेंगे-देवेंद्र फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम सम्मेलन में रखी जाने वाली सभी बातों पर चर्चा के लिए तैयार हैं. हमारी ताकत बढ़ी है और हम इसका दुरुपयोग नहीं करेंगे.' देवेन्द्र फड़नवीस ने विश्वास दिलाया कि अब हम जनहित के फैसले लेंगे. इस मौके पर फडणवीस ने बताया कि इस सरकार के एक साल के प्रदर्शन में राज्य एफडीआई के मामले में शीर्ष पर है. उन्होंने यह भी कहा कि निवेश के मामले में महाराष्ट्र गुजरात और कर्नाटक से भी आगे है. देवेन्द्र फडणवीस ने इस आरोप का भी खंडन किया है कि सरकार उद्योग जगत से भाग रही है.
शिक्षा व्यवस्था खराब नहीं हुई है: देवेन्द्र फडणवीस
राज्य की शिक्षा व्यवस्था सातवें स्थान पर आने पर विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की थी. हालांकि उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दावा किया है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था खराब नहीं हुई है. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि शरद पवार ने पत्र लिखा था कि राज्य के शिक्षा स्तर में गिरावट आई है. लेकिन राज्य के शिक्षा स्तर में गिरावट नहीं आई है. मूल्यांकन में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है. विपक्षी दल ने टी सेरेमनी को बहिष्कार करने का कारण बताया. अजित पवार ने कहा कि उस पत्र में कोई ठोस कारण नहीं थे.
सरकार किसानों के पक्ष में: मुख्यमंत्री शिंदे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हमने न सिर्फ अपने परिवार की बल्कि पूरे राज्य की जिम्मेदारी ली है. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी बताया है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए 4 हजार 365 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह विश्वास जताया है कि राज्य में किसानों पर आए संकट को देखते हुए हम किसानों के साथ खड़े हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम सत्र में जनता के मुद्दों को न्याय दिलाने की कोशिश करेंगे. मुख्यमंत्री ने विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए कहा है कि विपक्षी दल इस समय भ्रम और आत्मविश्वास की कमी की स्थिति में है. मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया है कि अजित पवार के सरकार में आने से विपक्षी दल हिल गया है. उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोलते हुए कहा है कि उन्हें यह पता लगाना होगा कि विपक्षी पार्टी अब कहां है.
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