Devendra Fadnavis: शिंदे गुट से विवाद के बाद बीजेपी ने ठाणे और कल्याण सीटों पर दावा पेश किया है. जैसे ही नेताओं ने दावा किया कि ठाणे और कल्याण दोनों लोकसभा क्षेत्र उनके हैं और रहेंगे, बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर जवाब दिया. नौ साल में मोदी सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बीजेपी ने आज यानी रविवार को ठाणे लोकसभा क्षेत्र में एक रैली का आयोजन किया है. इस सभा में ठाणे लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के बीजेपी पदाधिकारी, बूथ प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रमुख सहित बड़ी संख्या में बीजेपी पदाधिकारी उपस्थित थे.


कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
बैठक में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की. विधायक संजय केलकर ने दावा किया कि ठाणे, कल्याण और पालघर निर्वाचन क्षेत्र बीजेपी के थे और रहेंगे. उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर उनका जवाब दिया.


कुछ लोग दिखावा कर रहे हैं कि हम नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का काम कर रहे हैं. केलकर ने बिना नाम लिए सांसद श्रीकांत शिंदे को सलाह दी कि इस तरह के ओछे आरोप लगाने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लाई गई योजनाओं को लागू करें. उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी के बिना इन जिलों में कोई भी निर्वाचित नहीं हो सकता है.


ठाणे बीजेपी का गढ़
ठाणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कठिन नहीं है, इसमें महान संगठनात्मक ताकत और वफादार पार्टी कार्यकर्ता हैं. इसलिए वे अपने विरोधियों को दिखाना चाहते हैं कि ठाणे जिला हमेशा बीजेपी का रहा है. मंत्री रवींद्र चव्हाण ने याद दिलाया कि ठाणे जिला बीजेपी का गढ़ है.


हमारे यहां अस्तित्व की लड़ाई है और बीजेपी कार्यकर्ताओं को इस लड़ाई में कमजोर नहीं पड़ना चाहिए. उन्हें अपना संकल्प नहीं छोड़ना चाहिए. उन्हें बूथ में जाकर अपनी लड़ाई लड़नी चाहिए. इसके लिए हमें पार्टी पर बहुत गर्व होना चाहिए.


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