Sanjay Shirsat On Mahayuti Govt: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने दावा किया है कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है. उन्होंने कहा कि शिवसेना की कोई मांग नहीं है, जो भी वरिष्ठ नेता तय करेंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे. मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बीच बैठक होगी और पोर्टफोलियो समेत कई सारे भ्रम दूर हो जाएंगे.
संजय शिरसाट ने कहा, ''एकनाथ शिंदे साहब ने पूरी दुनिया के सामने बता दिया. महायुति की सरकार आई है. भारी बहुमत के साथ सरकार बन रही है. अगर किसी को लगता है कि मैं उसमें रोड़ा हूं या स्पीड ब्रेकर हूं तो इसे स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जो वरिष्ठ नेता निर्णय लेंगे वो स्वीकार है. हम किसी पद के लिए अड़े नहीं. इतनी बात स्पष्ट करने के बावजूद उनके ऊपर आरोप लगाना ठीक नहीं है.
महायुति में कोई अनबन नहीं- संजय शिरसाट
उन्होंने आगे कहा, ''एकनाथ शिंदे की राय बहुत ही स्पष्ट है, और अब वरिष्ठ नेता जो भी फैसला लेंगे, उसे हमारा समर्थन रहेगा. महायुति में कोई अनबन नहीं है. अब वरिष्ठ नेताओं को निर्णय कब लेना है, इसे लेकर हम उन्हें फोर्स नहीं कर सकते हैं. उनका आदेश जो भी आएगा, वो हमें स्वीकार होगा.
किसे मंत्रिमंडल में लाना है इस पर शिंदे फैसला लेंगे- शिरसाट
जब उनसे पूछा गया कि क्या एकनाथ शिंदे निर्णय लेंगे कि उनको कौन सा पद लेना है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''वो तो निर्णय लेना ही पड़ेगा क्योंकि वो पार्टी के प्रमुख हैं. उनको कौन सा पद लेना है, उसके बारे में डिसीजन लेंगे. किसे मंत्रिमंडल में लाना है, उसके बारे में फैसला लेंगे. पार्टी की क्या विचारधारा रहेगी, इस पर भी डिसीजन उन्हें लेना है. ये सभी फैसले लेने का पावर उनके पास है.''
महायुति की मीटिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से आज बैठक होनी चाहिए. वक्त काफी कम है. एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की बैठक जरुर होगी, ऐसा मेरा अनुमान है. इस बैठक के बाद कई सारे कंफ्यूजन दूर होंगे. इसमें मंत्रिपद, विभागों के बारे में चर्चा होगी. जो-जो मंत्रिपद की शपथ लेने वाले होंगे उन्हें बुलाया भी जाएगा.
ईवीएम को लेकर अफवाह पर क्या बोले शिरसाट?
जब उनसे सवाल किया गया कि महाराष्ट्र की चीफ इलेक्शन कमिश्नर की तरफ से कहा गया है कि ईवीएम को लेकर अगर कोई गलत अफवाह फैलाता है तो उसके ऊपर भी एफआईआर दर्ज कराएंगे. इस पर संजय शिरसाट ने कहा, ''ये सही बात है. जब आपको टाइम दिया गया है. चुनाव के पहले भी ईवीएम के बारे में डेमो दिखाया गया है. आज भी चुनाव आयोग कह रहा है कि जिसे संदेह है उन्हें प्रूफ करना चाहिए.''
उन्होंने कहा, ''ईवीएम के बारे में गलत सलत बातें हो रही हैं, चुनाव आयोग के ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं. तो ये बात गलत है. लोगों को कंफ्यूजन में नहीं रखना है. जिसने भी मतदान किया है, उसे भरोसा होना चाहिए कि सही जगह पर और सही आदमी को हमने वोट किया है.''
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