Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले राज्य सरकार की ओर से एक और बड़ी घोषणा की गई है. समृद्धि महामार्ग (Samruddhi Mahamarg) का आखिरी पड़ाव विधानसभा चुनाव के पहले पूरा कर लिया जाएगा. सितंबर के अंत में इसका उद्घाटन किया जाएगा. इसे हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के नाम से भी जाना जाता है जो कि मुंबई से नागपुर के बीच फैला है. इसकी लंबाई 701 किलोमीटर है.
महामार्ग के आखिरी पड़ाव में इगतपुरी से आमणे तक का 76 किलोमीटर का रास्ता तैयार हो रहा है. मुंबई में इस साल कोस्टल रोड, एमटीएचएल रोड के बाद सरकार की समृद्धी महामार्ग को लेकर बड़ी घोषणा हुई है. य़ह छह लेन का महामार्ग है जिसके निर्माण का काम मुंबई और नागपुर को जोड़ने के उद्देश्य से शुरू किया गया था. बताया जाता है कि आसपास इसकी चौड़ाई इतनी है कि आगे इसे आठ लेन का भी बनाया जा सकता है.
इन जिलों से होकर गुजरता है महामार्ग
700 से अधिक किलोमीटर लंबा यह महामार्ग महाराष्ट्र के 10 जिलों के 350 से अधिक गांवों से गुजरता है. यह महामाग नागपुर, वर्धा, अमरावती, वाशिम, बुलढाणा, औरंगाबाद, जालना, अहमदनगर, नासिक और ठाणे से होकर गुजरता है. इसका निर्माण ग्रीनफील्ड परियोजना के तहत किया जा रहा है जिसकी घोषणा 2015 में की गई थी. 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसक परियोजना का शिलान्यास किया था.
परियोजना की कुल लागत 55 हजार करोड़ रुपये है जिसमें जमीन अधिग्रहण भी शामिल है. पहले लोकसभा चुनाव से पहले दिसंबर 2023 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य था लेकिन अब इस साल इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
घट जाएगी मुंबई और नागपुर के बीच की दूरी
बताया जा रहा है कि इस महामार्ग के निर्माण से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के आसार हैं क्योंकि यह शिरडी और अंजता की गुफाओं से जुड़ा है. अभी के समय में मुंबई और नागपुर के बीच यात्रा में 16 घंटे लग जाते हैं. इस महामार्ग के निर्माण से दूरी घटकर 8 घंटे हो जाएगी.
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