महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (26 दिसंबर) को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उनके साथ बेटे श्रीकांत शिंदे भी पीएम से मिले. श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र की कल्याण सीट से लोकसभा सांसद हैं. श्रीकांत शिंदे की पत्नी वृषाली शिंदे भी साथ थीं. शिंदे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलने पहुंचे थे. महाराष्ट्र में नई सरकार और विभागों के बंटवारे के बाद एकनाथ शिंदे पहली बार दिल्ली पहुंचे.
पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ शिंदे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात की तस्वीर एक्स पर शेयर करते हुए डिप्टी सीएम शिंदे ने लिखा, "देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर दिल्ली में आज मुलाकात की. महाराष्ट्र में मिले रिकॉर्ड जनमत और महायुति की सरकार बनने के बाद की ये मुलाकात थी. विकसित भारत के पथ पर राज्य के योगदान पर चर्चा हुई. सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे और वृषाली शिंदे दोनों मौजूद थे."
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में एकनाथ शिंदे ने कहा, "महाराष्ट्र में हमारी सरकार बन गई. मंत्रिमंडल की स्थापना हो गई. आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में और उनके आशीर्वाद से हम राज्य में काम कर रहे हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के बारे में खुशी जाहिर की. उनसे महाराष्ट्र के भविष्य के बारे में चर्चा की. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार के साथ हम फिर पीएम से मिलेंगे."
महाराष्ट्र की सरकार में शिवसेना के 11 मंत्री
बता दें कि महायुति की सरकार में 39 मंत्री शामिल हैं. इनमें बीजेपी के 19, शिवसेना के 11 और एनसीपी अजित पवार गुट के नौ मंत्री शामिल हैं. हाल ही में हुए महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारे में एकनाथ शिंदे को शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग सौंपा गया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृह, ऊर्जा और कानून विभाग अपने पास रखा. अजित पवार को वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी गई. चंद्र शेखर बावनकुले को राजस्व, उदय सामंत को उद्योग, चंद्रकांत पाटिल को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, गणेश नाइक को वन, पंकजा मुंडे को पर्यावरण, हसन मुश्रिफ को मेडिकल एजुकेशन, गुलाबराव पाटिल को पानी आपूर्ति, राधा कृष्ण विखे पाटिल को जलसंपदा, दादा भुसे को स्कूल शिक्षा, अशोल विखे को आदिवासी विकास, प्रताप सरनाईक को परिवहन, धनंजय मुंडे को खाद्य आपूर्ति, अतुल सावे को ओबीसी विकास, संजय शिरसाट को सामाजिक न्याय और भरत गोगवाले को रोजगार विभाग की जिम्मेदारी दी गई.