उद्धव ठाकरे गुट के दावे पर अब शिवसेना का पलटवार, सीएम शिंदे बोले- 'अभी तक सही ज्योतिषी...'
Eknath Shinde: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद उद्धव ठाकरे गुट ये दावा कर रहा है कि एकनाथ शिंदे खेमे के कई नेता शिवसेना (UBT) के संपर्क में हैं. इसपर अब उन्होंने पलटवार किया है.
Eknath Shinde Reply to Uddhav Thackeray: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना ( यूबीटी ) पर पलटवार करते हुए कहा कि जब से उन्होंने अविभाजित शिवसेना को छोड़कर राज्य में सरकार बनाई है, विपक्ष कह रहा है कि सरकार गिर जाएगी. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें अभी तक सही ज्योतिषी नहीं मिला है."
सीएम शिंदे ने कहा, जनता ने विपक्ष को नकार दिया है और उन्हें उनकी जगह दिखा दी है. जिन लोगों ने "बीजेपी को बाहर करो कहा था, उन्हें जनता ने सत्ता से बाहर कर दिया है." सीएम की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिवसेना के पांच से छह विधायक उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं.
शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी सचिन अहीर ने कहा कि हालांकि उन्हें इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि शिंदे खेमे से कितने लोग उनकी पार्टी से संपर्क में आए हैं, लेकिन इस कदम को उठाने की सोच रहे लोगों की संख्या 16, 20 या 40 तक हो सकती है.
उन्होंने कहा, "क्योंकि लोगों को लगा कि अब हम सरकार में होंगे और हम चुने जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसलिए यह संख्या बड़ी हो सकती है. कई विधायकों ने कहा है कि "विधानसभा में हमारे बारे में सोचो और हम लोकसभा में तुम्हारे बारे में सोचेंगे". अब तक हमारे दरवाजे उनके लिए बंद थे. लेकिन सिर्फ शिंदे सेना ही नहीं, भाजपा जैसी अन्य पार्टियों के विधायक भी चिंतित हैं. भविष्य में क्या होगा, मैं नहीं कह सकता, लेकिन हमारी पार्टी वफादारों के लिए है और वफादारों को सत्ता देगी."
कुछ दिनों पहले विधायक रोहित पवार ने दावा किया था कि अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के करीब 20 विधायक शरद पवार गुट में शामिल होने की योजना बना रहे हैं. अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के विधायक उनके संपर्क में हैं.
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि, "विधायक मेरे संपर्क में नहीं हैं, लेकिन हमारी पार्टी के नेताओं के संपर्क में हैं. लोकसभा में हार के बाद, उन्हें (शिंदे खेमे के विधायकों को) एहसास हो गया है कि वे कहां खड़े हैं और इसलिए वे हमारे नेताओं के संपर्क में हैं."